- फरवरी महीने में पोषण एवम पुनर्वास केंद्र मुंगेर में भर्ती कराए गए कुल 36 अतिकुपोषित बच्चे
- सदर प्रखंड के कुतलुपुर निवासी दिनेश मंडल के चार महीने के बेटे लकी कुमार को वजन में सकारात्मक सुधार के बाद 15 मार्च को किया गया डिस्चार्ज
मुंगेर
पोषण एवम पुनर्वास केंद्र मुंगेर में अभी एक जुड़वा सहित 16 अति कुपोषित बच्चे भर्ती हैं । उक्त आशय की जानकारी जिला स्वास्थ्य समिति के जिला योजना समन्वयक (डीपीसी) और पोषण एवं पुनर्वास केंद्र (एनआरसी ) मुंगेर के नोडल अधिकारी सुजीत कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि बंगलवा धरहरा के रहने वाले जितेंद्र तूरी और नीलू देवी का दो महीने का अति कुपोषित जुड़वा बच्चा यहां भर्ती है।
इसके अलावा मुंगेर सदर के कर्बला के रहने वाले बीसो महतो और रीता देवी की अति कुपोषित बेटी गौरी कुमारी यहां विगत 25 फरवरी से भर्ती है। मुंगेर शहरी क्षेत्र के लाल दरवाजा की रहने वाली सावित्री देवी की एक साल की नतीनी प्रियंका कुमारी पिछले एक मार्च से यहां भर्ती है। इस अतिकुपोषित बच्ची के साथ विडंबना यह है कि बच्ची की माँ की मृत्यु हो चुकी और उसका पिता मानसिक रूप से बीमार है।
36 अति कुपोषित बच्चों को फरवरी में एनआरसी में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि विगत फरवरी के महीने में पोषण एवम पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) मुंगेर में जिला भर से कुल 36 अति कुपोषित बच्चों को भर्ती कराया गया है। इसमें 21 बच्चों को स्वास्थ्य विभाग और 13 बच्चों को आईसीडीएस के द्वारा भर्ती कराया गया है। इसके अलावा 2 अति कुपोषित बच्चों को संयुक्त रूप से स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस के द्वारा भर्ती कराया गया है।
जिला के असरगंज प्रखंड से सर्वाधिक 8 और सबसे कम तारापुर और टेटिया बंबर प्रखंड से मात्र एक- एक अति कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा सदर प्रखंड मुंगेर, बरियारपुर और जमालपुर प्रखंड से 6 – 6, संग्रामपुर से 4 के साथ- साथ धरहरा और हवेली खड़गपुर से 2-2 अति कुपोषित बच्चों को सदर अस्पताल परिसर स्थित एनआरसी में भर्ती कराया गया है।
सदर प्रखंड के कुतलुपुर निवासी दिनेश मंडल के चार महीने के बेटे लकी कुमार को उसके वजन में सकारात्मक सुधार के बाद विगत 15 मार्च को किया गया
डिस्चार्ज :
एनआरसी मुंगेर में कार्यरत सतीश कुमार ने बताया कि सदर प्रखंड के कुतलुपुर निवासी दिनेश मंडल के चार महीने के बेटे लकी कुमार को उसके वजन में सकारात्मक सुधार के बाद विगत 15 मार्च को डिस्चार्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि विगत 20 फरवरी को एनआरसी में भर्ती के समय लकी कुमार का वजन 3.655 किलो, लंबाई 56 सीएम था । वहीं 15 मार्च को एनआरसी से डिस्चार्ज किए जाने वक्त उसका वजन सकारात्मक सुधार के साथ 4.412 किलो था। इस अति कुपोषित बच्चे को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत काम करने वाले वोलेंटियर और आशा कार्यकर्ता के द्वारा भर्ती कराया गया था। इस बच्चे की मां ज्योति देवी का भी स्वर्गवास हो चुका है। बच्चे की दादी मीरा देवी ही उसका लालन पालन कर रही हैं ।