आज से ताजनगरी में लगेगी फुटवियर कंपोनेंट की राष्ट्रीय प्रदर्शनी

आज से ताजनगरी में लगेगी फुटवियर कंपोनेंट की राष्ट्रीय प्रदर्शनी, एक छत के नीचे सिमटी नज़र आएगी फुटवियर कारोबार की दुनियां

  • इफ्कोमा की दो दिवसीय एग्जीबिशन का 54वां संस्करण है ‘शू टेक आगरा’
  • 75 से अधिक स्टॉल्स पर होगा भारत के 120 से अधिक ब्रांड्स का प्रदर्शन

आगरा।

देश के जूता उद्योग को गति देने के लिए पिछले दो दशक से भी अधिक समय से सक्रिय संस्था इंडियन फुटवियर कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (इफ्कोमा) द्वारा एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार, आगरा फुटवियर मैन्युफैक्चर्स एंड एक्सपोर्टर्स चैम्बर (एफमेक), काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स (सीएलई) के सहयोग से फुटवियर कंपोनेंट एग्जीबिशन ‘शू टेक’ के 54वें और आगरा के 8वें संस्करण का दो दिवसीय भव्य आयोजन 05 व 06 अप्रैल को आगरा के होटल मधु रिसोर्ट्स में किया जा रहा है। मंगलवार को होटल होलीडे-इन में आयोजित प्रेस वार्ता में इफ्कोमा, सीएलई और एफमेक के पदाधिकारियों ने आयोजन पर संयुक्त रूप से विस्तृत जानकारी दी।

जूता उत्पादन की मुख्य कड़ी हैं कंपोनेंट
एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने कंपोनेंट फुटवियर एग्जीबिशन के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि कंपोनेंट जूता उत्पादन की मुख्य कड़ी हैं, ऐसे में इफ्कोमा की यह एग्जीबिशन जूता कारोबारियों के लिए वरदान है। ‘शू टेक आगरा’ के आठवें संस्करण में हर साल की तरह जूता उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले सभी कम्पोनेंट्स एक छत के नीचे प्रदर्शित होंगे। ख़ास बात है कि यह आयोजन बायर-सेलर को सीधे एक-दूसरे से जुड़ने का मौका देता है जिससे दोनों के पारस्परिक संवाद से भविष्य के कारोबार की बुनियाद खड़ी होती है।

निर्यात और घरेलू बाजार को मिलेगी मजबूती
सीएलई के चेयरमैन संजय लीखा ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत में दुनिया की टेनरी का लगभग 3 बिलियन वर्ग फुट हिस्सा है। देश में लगभग 7,000 लघु उद्योग इकाइयां फुटवियर क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था और विदेशी मुद्रा आय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लगभग 40 फीसदी महिलाएं इस क्षेत्र में काम करती हैं और जब 1000 जोड़ी जूते बनाकर बेचे जाते हैं। तब इस पूरी प्रक्रिया में एक अनुमान के अनुसार लगभग 425 लोगों को रोजगार मिलता हैं। लेदर सेक्टर की ग्रोथ को लेकर हम पूरी तरह से समर्पित है। इफ्कोमा जैसे संगठन इस मिशन को गति देने का कार्य कर रहे हैं यह एग्जीबिशन निर्यात और घरेलू बाजार को मजबूती देने में सहायक बनेगी। फुटवियर डिजाइन एण्ड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (एफडीडीआई) के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार सिन्हा और कन्फेडरेशन ऑफ़ इंडियन फुटवियर इंडस्ट्रीज (सीआईएफआई) के अध्यक्ष वी. नौशाद ने इस दौरान अपने सम्बोधन में भारतीय जूता उद्योग में आगरा की भूमिका को सराहा।

प्रदेश सहित देश के कई राज्यों के कारोबारी लेंगे भाग
इफ्कोमा के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि शू टेक एग्जीबिशन के 54वें संस्करण को ऐतिहासिक बनाने के प्रयास किये गए हैं। हमारा मकसद जूता उद्योग के साथ फुटवियर कंपोनेंट सेक्टर को मजबूती प्रदान करना है ताकि चायना जैसे देशों के विकल्प के रूप में स्वयं को खड़ा कर सकें। यह एग्जीबिशन जहां एक ओर बायर-सेलर को एक छत के नीचे लाने का काम कर रही है, वहीं नवीन तकनीक से लोगों को जागरूक कर रही है। इसमें उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों के कारोबारी भाग लेंगे।

जूता बनाने में उपयोग होने वाले सभी 32 प्रकार के कम्पोनेंट्स होंगे प्रदर्शित
इफ्कोमा महासचिव दीपक मनचंदा ने कहा कि देश में 54वीं और आगरा की 8वीं एग्जीबिशन में देश के 75 एग्जिबीटर भाग ले रहे हैं जिनमें लगभग 120 बहुराष्ट्रीय ब्रांड्स का प्रदर्शन होगा, जिसमें स्टॉल्स पर फुटवियर के सभी 32 प्रकार के कम्पोनेंट्स और सहायक उपकरण की नवीनतम तकनीक और डिजाइन का प्रदर्शन होगा। एफमेक उपाध्यक्ष गोपाल गुप्ता ने बताया कि इस बार इफ्कोमा बीआईएस/क्यूसीओ मानकों पर एक सेमिनार भी आयोजित कर है जिसमें बीआईएस के उच्च अधिकारी इस विषय पर व्याख्यान देंगे जोकि कारोबारियों के लिए अच्छा अवसर है।

दो दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन आज
फुटवियर कंपोनेंट एग्जीबिशन शू टेक आगरा का उद्घाटन आज सुबह 10ः30 बजे मुख्य अतिथि एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर द्वारा किया जाएगा, वहीं अध्यक्षता सीएलई के चेयरमैन संजय लीखा करेंगे व अति विशिष्ट अतिथि के रूप में फुटवियर डिजाइन एण्ड डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (एफडीडीआई) के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार सिन्हा और कन्फेडरेशन ऑफ़ इंडियन फुटवियर इंडस्ट्रीज (सीआईएफआई) के अध्यक्ष वी. नौशाद मौजूद रहेंगें। इस दौरान जूता उद्योग के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले दिग्गजों को सम्मानित भी किया जाएगा। दो दिवसीय प्रदर्शनी कल से 6 अप्रैल तक सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे लगेगी।

इस दौरान विशेष रूप से मौजूद रहे
इस दौरान सीएलई के रीजनल चेयरमैन मोतीलाल सेठी, सहायक निदेशक आरके शुक्ला, एमएसएमई के सहायक निदेशक डॉ. मुकेश शर्मा, एफमेक कन्वीनर कैप्टन एएस राणा, राजेश सहगल, महासचिव राजीव वासन, एफएएफएम के अध्यक्ष कुलदीप सिंह कोहली, एएसएमए के अध्यक्ष ओपिंदर सिंह लवली, और इफ्कोमा के कार्यकारी निदेशक एसके वर्मा, पूर्व अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल. अजय शर्मा, ब्रजेश शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहे।

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