एम्स की कंप्यूटर प्रणाली में सेंध लगाने की कोशिश साइबर सुरक्षा टीम द्वारा नाकाम कर दी गई। एम्स अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए एक बयान में कहा, ‘‘आज अपराह्न दो बजकर करीब 50 मिनट पर संस्थान में तैनात साइबर सुरक्षा टीम ने वायरस हमले का पता लगाया। सेंध लगाने की कोशिश को नाकाम कर दिया गया और खतरे को निष्क्रिय कर दिया गया। अस्पताल की ई-सेवा पूरी तरह से सुरक्षित है और सामान्य तरीके से काम कर रही है।
इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने ट्विटर पर स्थिति स्पष्ट की और कहा कि एम्स की प्रणाली में कोई सेंध नहीं लगी है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘एम्स का ई-अस्पताल आतंरिक ऐप है और इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध नहीं है। किसी ने इस पोर्टल में सेंध लगाने की कोशिश की लेकिन एम्स की सुरक्षा प्रणाली की सतर्कता से यह नाकाम कोशिश रही। उसी व्यक्ति ने संभवत: त्रुटि संदेश का स्क्रीनशॉट लिया है और उसे प्रसारित किया है।
गौरतलब है कि देश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान पर पिछले साल भी साइबर हमला किया गया था जिसकी वजह से उसका सर्वर कई दिनों तक प्रभावित रहा था।