-फेम फाइंडर्स बिजनेस 2023 में 10 एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।
-स्टार्ट अप कंपनियों ने अपने बारे में विस्तार से चर्चा की।
-देश भर के कॉरपोरेटर, बाजार एक्सपर्ट व बैंकर्स ने भाग लिया
-सांसद राजमनी पटेल एजुकेशन थिंक टैंक ईडीआरएफ की शुरुआत करने की घोषणा की।
नई दिल्ली।
द फेम फाइंडर्स ने बिजनेस 2023 कॉन्कलेव का आयोजन नईदिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया। जिसमें देशभर के बिजनेस मैन, कॉरपोरेटर, बैंकर्स एवं मार्केट एक्सपर्ट ने अपने विचार व्यक्त किए। इस खास आयोजन में चार सत्र में व्यापारियों ने अपनी बढ़ चढ़कर भागीदारी की।
इस मौके पर सांसद राजमनी पटेल ने कहा कि आज देश में व्यापार और राजनीति में सामंजस्य बनाकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है। गांव में कई ऐसे व्यापार है जिसे वैश्विक स्तर पर ले जाने की जरूरत है जिसकी कमी आज दिख रही है। आज देश में कई तरह की योजनाएं चल रही है लेकिन इसकी जानकारी आम व्यापारी के पास नहीं है जिसे इस तरह के आयोजन से ही पूर्ति की जा सकती है।
राजमनी पटेल ने कहा कि बिजनेस में सबसे ज्यादा समस्या बैंकर्स से मिलती है। जिसे हल करने की आवश्यकता है। सरकार एमएसएमई पर कई तरह की पॉलिसी ले आई है लेकिन कैसे साल्व किया जाए कैसे आम व्यापारी को पैसा मिलेगा इसकी कमी आपको साफ दिखेगा। इस तरह के आयोजन से समस्या का हल निकलेगा इसके लिए आयोजक मंडल को हम बधाई देते हैं। हम तो यही कहेंगे जो भी दिन भर के मंथन से निकलेगा उसे सरकार के सामने व्योरा अवश्य भेजवाएं।
इस मौके पर गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में मौजूद दीन दयाल अग्रवाल ने कहा कि आज बैंकर्स कई तरह की योजनाओं के साथ सामजंस्य बना रहे हैं। कई समस्याएं हैं जैसे व्यापारी को कैसे समझा जाए। क्या उनके पास पुराने अनुभव हैं। आज एमएसएमई में भारत कई उपलब्धियां हासिल किया है जिसमें कई उद्योग आगे बढ़ें हैं।
डिलाइट ओटोमेशन प्राइवेट लिमिटेड के एमडी मनोज दूबे ने कहा कि आज बैंकर्स हमारी समस्या को नहीं समझते जिससे समस्या बढ़ जाती है। लोन की सुविधाएं हैं लेकिन उसे कैसे व्यापारी उठाए यह समस्या है। एक बार लोन ले लीजिए फिर उसके बाद दबाब बढ़ता जाता है जिससे समस्या उत्पन्न होता है। इस मौके पर अल्विडो विजन प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ प्रज्ञायत द्विवेदी ने कहा कि आज युवा उद्यमियों के पास संयम की कमी है जिसे बनाकर रखने की आवश्यकता है। जितनी जल्दी हो कमाना चाहते हैं जबकि कुछ ठहरकर व्यापार को विस्तार देने की जरूरत है। जिसकी कमी दिखती है। बैंकर्स को भी व्यापारी से तालमेल बनाकर आगे बढ़ने की जरूरत है।
कॉन्कलेव को संबोधित करते हुए सीए तरुण कुमार ने कहा कि आज स्टार्ट अप में भारत दुनिया का नंवर वन बन गया है। लेकिन कई कंपनियां बंद हो गई है इसका कारण उनके पास अऩुभव की कमी है इस तरह के कॉन्कलेव से उन्हें अनुभव बांटने का मौका मिलता है। मैं आयोजक मंडल को धन्यवाद देना चाहूंगा की इस तरह के आयोजन किए जाने चाहिए।
इस कान्कलेव में वक्ता के रूप में भाजपा नेता व उद्योगपति गौरी शंकर साहू, विद्य फाउंडेशन के डॉ दिया तनवर, आर के ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के चेयरमैन एनसी बंसल,सीए संजय लाभ, रवि आर कुमार,नीशीथ सिन्हा, प्रो. राम सिंह, नवेंदु भारद्वाज,निशांत कृष्णा, शिव कुमार, पूर्वा गुप्ता,संदीप गुप्ता, डॉ राम वीर सिंह और भोला नाथ दास ने व्यापार को तेजी से बढाने पर अपने विचार रखें। चार सत्रों में व्यापारियों की हुजूम बनी हुई थी। जिसमें कई युवा उद्यमियों ने भाग लिया। इस खास आयोजन में उद्योगपतियों ने विस्तार से अपनी बात रखी। इस खास कान्कलेव में कई कॉरपोरेटर ने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए कई तरह के सुझाव भी दिए। कार्यक्रम के अंत में फेम फाइंडर्स की डायरेक्टर रीना ने धन्यवाद ज्ञापन किया।