आज के युवा स्टार्टअप में देश का नाम रोशन कर रहे हैं- डॉ.शंकर घनशामदास अंदानी

नईदिल्ली।

द फेम फाइंडर्स ने बिजनेस 2023 कॉन्कलेव का आयोजन नईदिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में किया। जिसमें देशभर के बिजनेस मैन, कॉरपोरेटर, बैंकर्स एवं मार्केट एक्सपर्ट ने अपने विचार व्यक्त किए। इस खास आयोजन में चार सत्रों में व्यापारियों ने अपनी बढ़ चढ़कर भागीदारी की। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भारत में आयोजित होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन को बढ़ावा देना और व्यापारिक समुदाय के योगदान पर चर्चा करना था।

सीए डॉ. शंकर घनशामदास अंदानी ने अपनी उपस्थिति और भाषण से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उन्होंने डिजिटल शिक्षा के महत्व को समझाया जो छात्रों के एकाग्रता को बढ़ाकर एक प्रभावी सीखने की प्रक्रिया को सक्षम बनाता है। डिजिटल शिक्षा ने विश्वव्यापी महामारी के बावजूद शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद की है। डॉ. अंदानी ने साझा किया कि कैसे उन्होंने डिजिटल शिक्षा के महत्व को देखा, विशेष रूप से कोविड युग में, और महसूस किया कि यह देश की प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण कुंजी है।

डॉ. घनश्याम अंदानी ने इस मौके पर कहा कि आज स्टार्ट अप में भारत दुनिया का नंवर वन बन गया है। लेकिन कई कंपनियां बंद हो गई है इसका कारण उनके पास अऩुभव की कमी है इस तरह के कॉन्कलेव से उन्हें अनुभव बांटने का मौका मिलता है। स्टार्ट अप कंपनियों को पहले प्रशिक्षण लेने की भी जरूरत है।  मैं आयोजक मंडल को धन्यवाद देना चाहूंगा की इस तरह के आयोजन किए जाने चाहिए।

गौरतलब है कि सीए (डॉ.) शंकर घनश्यामदास अंदानी को चार्टर्ड अकाउंटेंसी में 16 साल का अनुभव है और वह पिछले कई सालों से सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर समाज सेवा भी कर रहे हैं। डॉ. अंदानी की सामाजिक कार्यों में रुचि के कारण वह पिछले 15 वर्षों से हर साल 200 से अधिक ट्रस्टों, गैर सरकारी संगठनों,मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों आदि के लिए मुफ्त कर और लेखा परामर्श कार्य कर रहे हैं।

आज सीए (डॉ.) शंकर घनश्यामदास अंदानी के नाम 40 से अधिक विश्व रिकॉर्ड हैं और उन्हें सामाजिक कार्यों के लिए 1480 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। डॉ. अंदानी देश में अर्थशास्त्र के विशेषज्ञ के रूप में काम करते हैं और आर्थिक व्यवस्था की परंपरा को सुनिश्चित करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है। अमेरिका इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने कराधान, लेखांकन, व्यवसाय प्रशासन, परोपकार और उद्यमिता के क्षेत्र में उनके असाधारण योगदान के लिए सीए डॉ. शंकर घनश्यामदास अंदानी को मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया है।

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