-फाइलेरिया की दवा है सभी तबके के लिए है जरूरी : जिलाधिकारी
-समन्वय समिति की बैठक में स्वास्थ्य के साथ सभी विभाग के लोग हुए शामिल
लखीसराय।
जिलाधिकारी मंत्रणा कक्ष में शुक्रवार को जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आगामी दस अगस्त से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (आई डी ए ) हेतु समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गयी। इस बैठक का मकसद सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम को पूरी तरह से सफल सिद्ध करना है।
जिलाधिकारी अमरेन्द्र कुमार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि लखीसराय जिला में इस अभियान से पहले एमडीए अभियान चलाया जाता रहा है, पर इस बार आईडीए अभियान चलाया जाएगा। मतलब अब सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में दो दवा के स्थान पर तीन दवा खिलायी जाएगी। इसलिए जिला के सभी विभाग के लोगों से उम्मीद करता हूँ कि जिला में आगामी दस अगस्त से शुरू होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (आई डी ए ) को हर संभव तरीके से सफल बनाने का प्रयास करेंगे।
अभियान के बारे में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ बी पी सिन्हा ने कहा कि जिला में अभी तक कुल 1937 केस फाइलेरिया के मिले हैं। नाइट ब्लड सर्वे 2023 के अनुसार कुल 74 लोग माइक्रो फाइलेरिया से ग्रसित पाए गए हैं। डॉ सिन्हा ने कहा कि फाइलेरिया जैसे विकृत बीमारी से निजात पाने के लिए ही सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाता है। जिसमें जिला के सभी घरों के साथ चिह्नित स्कूलों में टीम के द्वारा सभी को सामने में दवा खिलायी जाएगी।
घर-घर जाकर दो वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को खिलाई जाएगी अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा – जिला वेक्टर जनित-रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में आई डी ए अभियान चलाया जाएगा। आईडीए में गठित टीम घर-घर जाकर लोगों को खुद के सामने आईवरमेक्टीन, अल्बेंडाजोल एवं डीईसी की दवाएं खिलाएंगी। ताकि एक भी व्यक्ति दवाई खाने से वंचित नहीं रहे और अभियान सफल हो सके।
उन्होंने बताया, 2 से 5 साल तक के बच्चों को 100 मिलीग्राम की डीईसी एवं 400 मिलीग्राम की अल्बेंडाजोल की एक-एक गोली, जबकि, 6 से 14 साल तक के किशोरों को आईवरमेक्टीन की दवा के साथ डीईसी की दो एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को डीईसी की तीन गोलियां एवं अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलायी जानी है।
बैठक में जिला डीडीसी सुधीर कुमार , अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ,डीपीएम सुधांशु नारायण लाल, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी गौतम प्रसाद ,पीसीआई के स्टेट सहायक प्रोग्राम मैनेजर अमरेश कुमार, पिरामल के डीपीओ भी एल मो आरिफ के साथ पीआरआई , शिक्षा ,जीविका के साथ सभी विभाग के प्रतिनधि मौजूद थे।