– लखीसराय पीएचसी में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की अध्यक्षता में शपथग्रहण समारोह आयोजित
– शिशु के पोषण का आधार है, माँ का दूध ही सर्वोत्तम आहार है…
लखीसराय।
जिले में मंगलवार से विश्व स्तनपान सप्ताह का शुभारंभ हो गया। इसके तहत जिले के सभी प्रखंडों में सप्ताहभर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को स्तनपान के प्रति जागरूक किया जाएगा। इस दौरान इससे होने वाले फायदे की जानकारी दी जाएगी। ताकि सामुदायिक स्तर पर लोगों को स्तनपान के महत्व की जानकारी मिल सके और कार्यक्रम का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके।
लखीसराय पीएचसी में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ धीरेंद्र कुमार की अध्यक्षता एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज के संचालन में एक शपथग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें चिकित्सक, एएनएम समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल हुए। इस दौरान सभी ने उक्त साप्ताहिक कार्यक्रम को सफल बनाने तथा स्तनपान को बढ़ावा देने की शपथ ली। साथ ही स्तनपान को लेकर लोगों को कैसे जागरूक करना है, स्तनपान का महत्व एवं इससे होने वाले फायदे समेत अन्य आवश्यक जानकारी देते हुए इसे सामुदायिक स्तर पर लोगों तक पहुँचाकर जागरूक करने को कहा गया। इस दौरान शिशु के पोषण का आधार है, माँ का दूध ही सर्वोत्तम आहार है…समेत अन्य नारे पर बल देते हुए लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का भी आयोजन कर लोगों को स्तनपान से होने वाले फायदे, इसका महत्व आदि की जानकारी दी जाएगी।
शिशु के सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास के लिए छः माह तक सिर्फ माँ का दूध जरूरी : डॉ धीरेन्द्रपीएचसी प्रभारी डाॅ धीरेंद्र कुमार ने बताया, शिशु के सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास के लिए जन्म के पश्चात छः माह तक सिर्फ और सिर्फ माँ का दूध जरूरी है। इससे शिशु का ना सिर्फ शारीरिक और मानसिक विकास होता बल्कि, रोग-प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूती मिलती है, जो संक्रामक बीमारी से बचाव करता है। इसलिए, सभी धातृ माताएं शिशु को जन्म के पश्चात छः माह तक सिर्फ और सिर्फ माँ का ही दूध पिलाएं। इसके बाद ही ऊपरी आहार देना शुरू करें।
इसके अलावा पुरानी ख्यालातों और अवधारणाओं से बाहर आकर जन्म के एक घंटे के अंदर ही बच्चे को दूध पिलाना शुरू कर दें। माँ यह गाढ़ा-पीला दूध बच्चों के लिए अमृत के समान होता है। – अगले सप्ताह हेल्दी बेबी शो कार्यक्रम का भी होगा आयोजन : प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज ने बताया, अगले सप्ताह सोमवार दिन 7अगस्त को पीएचसी में हेल्दी बेबी शो कार्यक्रम का भी आयोजन होगा। जिसमें खासकर धातृ माताओं को स्तनपान के प्रति जागरूक किया जाएगा एवं इससे होने वाले फायदे समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी भी दी जाएगी।
इन बातों की ली शपथ : – मैं अपने अस्पताल में प्रसव सेवा लेने वाली सभी माताओं के लिए सक्रिय रूप से स्तनपान कराने के लिए प्रतिबद्ध हूँ। मैं अपने अस्पताल में स्तनपान की सुरक्षा, संवर्धन और समर्थन के लिए अपनी ओर से हर संभव प्रयास करूँगा। – मैं यह सुनिश्चित करूँगा कि अस्पताल में रहने के दौरान सामान्य और सिजेरियन दोनों प्रकार के प्रसव के उपरांत माताएं स्तनपान कराने का अभ्यास करें। – मैं यह सुनिश्चित करूँगा कि जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशु को त्वचा से त्वचा के संपर्क में रखा जाय एवं जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान शुरू करने में माँ की हरसंभव सहायता करूँगा। साथ ही स्तनपान के अतिरिक्त किसी भी अन्य पेय पदार्थ या डब्बाबंद दूध के प्रयोग को हतोत्साहित करूँगा।
स्तनपान से लाभ : – 05 वर्ष तक की उम्र के बच्चों की मृत्यु दर में कमी लाता है। – दस्त के प्रकरणों को रोकता है। – निमोनिया के प्रकरणों को रोकता है। – बच्चों की बौद्धिक क्षमता में सुधार करता है। – स्तन कैंसर से बचाव करता है। – मोटापा कम करता है। – टाइप – 2 मधुमेह को कम करता है।