इजराइली कैबिनेट ने हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को मंजूरी दे दी है। कैबिनेट की ओर से कहा गया है कि देश युद्ध की चपेट में है, ऐसे में सरकार अपने दुश्मनों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से अधिकृत है।
इजराइली डिफेंस फोर्सेज की ओर से एक्स पर एक वीडियो के जरिए हगारी ने कहा, हमास की ओर से किया गया क्रूर हमला एक युद्ध अपराध है। महिलाओं और बच्चों को किसी भी तरह से अगवा करना और बंदी बनाना अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन है और इस्लाम के खिलाफ है। इस हमले में जिसका भी हाथ है और जिस भी देश से बैठकर इस साजिश को अंजाम दिया गया है उसे इसकी कीमत चुकानी होगी।
इजराइल पर हमले के बीच हमास की ओर से खुद स्वीकार किया गया है कि इस हमले में उसे ईरान से मदद मिली है। ईरानी के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी भी लगातार हमास के साथ संपर्क में हैं। वहीं इजराइल हमले में जिन रॉकेट का इस्तेमाल किया गया है, उसकी निर्माण सामग्री को तुर्की से मंगाया गया है। यही नहीं कतर के बारे में पहले भी जानकारी आई है कि हमास को कतर की ओर से फंडिंग की जाती है।
इजराइल में फिलिस्तीन चरमपंथी समूह हमास की ओर से शनिवार की सुबह किए गए ताबड़तोड़ हमले में अब तक 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले के बाद कहा कि हमास को इस युद्ध की भारी कीमत चुकानी होगी।