दिल्ली का ऐसा हाल हो गया है कि देखकर कोई नहीं कह सकता कि ये दिल्ली है। जगह पर जगह पर जनता के देखने और सूंघने के लिए बदबूदार कूडे के ढेर सड़कों के किनारे सजाये गए हैं ताकि जनता को बदबू सूंघने और बीमारी लेने में कोई दिक्कत न हो और इसके लिए जनता को कहीं दूर ना जाना पडे।
पढे लिखे केजरीवाल अनपढ और गरीबों के खास नेता हैं। अतः नेता जी का भी तो फर्ज बनता है कि अपनी जनता का ख्याल रखे। केजरीवाल जी ये भली भांति कर रहे हैं। वे दिल्ली की जनता को भरपूर कूड़ा दे रहे हैं और वो भी उनके घरों के पास, मेन रोड पर।
बस स्टॉप पर भी कूडे के ढेर सजाये गए हैं ताकि लोगों को कूड़ा ढूंढने में कोई तकलीफ ना हो। जब लोग सुबह अपने काम पर जाएं, ऑफिस जाएं, बाजार जाएं, बच्चे अपने स्कूल जाएं तो अच्छी तेज खुशबू आसानी से ग्रहण कर सकें।
जनता के चहेते नेता श्रीमान केजरीवाल जी ने दिल्ली में हो रहे भयानक प्रदूषण से भी कोई छेड़छाड़ नहीं की है जबकि प्रदूषण लगातार डेढ़ महीने से दिल्ली में उपद्रव मचा रहा है। लेकिन केजरीवाल जी का मानना है कि अभी जनता के फेफड़े काले नहीं हुए और अभी उन्हें साँस आ रही है भले ही घुट घुट कर ही आ रही है।