गुलामी की मानसिकता से बाहर आने की आवश्यकता

युवाओं के बहुआयामी विकास हेतु नैतिकता व संस्कार बेहद जरूरी

नगर के इंटर कॉलेज एवम अन्य शिक्षण संस्थानों के युवाओं ने किया प्रतिभाग

10 प्रतिभागियों ने लिया त्वरित भाषण प्रतियोगिता में भाग

फीरोजाबाद।

आज के वर्तमान परिवेश में हमें गुलामी की मानसिकता से बाहर आना होगा। हमारे शहर, कॉलेज , सड़क एवम अन्य स्थानों के नाम उन लोगों के नाम पर हैं अथवा थे जो यहां है ही नहीं अथवा ऐसी संस्कृति और संस्कार को हमारे देश के हैं ही नहीं।

इस व्यवस्था को ठीक करने का कार्य उभरता हुआ भारत और यहां युवा पूर्ण करेगा। क्योंकि युवा शक्ति ही राष्ट्र की रीढ है। यह उद्गार प्रांत सह प्रचारक श्रीमान धर्मेंद्र जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तत्वाधान में नगर के पालीवाल ऑडिटोरियम में आयोजित युवा सम्मेलन में व्यक्त किए।

उन्होंने युवाओं को केवल मेहनत ही नहीं अपितु स्मार्ट वर्किंग की सीख दी। उन्होंने नागरिक कर्तव्य, नागरिक अनुशासन, सांस्कृतिक विरासत पर गर्व आदि विषयों पर विचार व्यक्त किया। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉक्टर पर्व मित्तल ने यौवनावस्था के दौरान आने वाले परिवर्तन एवं उनसे होने वाले दुष्परिणाम के बारे में बताया।

इसमें 16 वर्ष से अधिक आयु के युवा सैकड़ों की संख्या में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अचिंत्य मिश्रा उपनिदेशक गौरीशंकर इंटर कालेज में युवाओं को ठीक दिशा और दशा में रहते हुए सफलता की और अग्रसित होने को कहा। इस अवसर पर मंचासिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघचालक श्रीमान प्रदीप गुप्ता जी एवम अतिथि डा जलज गुप्ता रहे।

कार्यक्रम का सफल संचालन महानगर बौद्धिक प्रमुख कृष्णमोहन एवम महानगर प्रचार प्रमुख ललित मोहन सक्सेना।अवसर्प पर श्रीमान प्रमोद जी विभाग प्रचारक, श्रीमान मुकेश जी विभाग शारीरिक प्रमुख, महानगर कार्यवाह गौरव जी, अभिषेक जी, रामकुमार जी सह महानगर कार्यवाह, महानगर विद्यार्थी प्रचारक अजय जी, भाग प्रचारक भानु जी, भाग संचालक डा विनोद अग्रवाल जी, डा महेश जी, डा जगदीश,महानगर विद्यार्थी प्रमुख कुणाल जी , महानगर सह विद्यार्थी प्रमुख शौर्य जी, पवन जी, एडवोकेट गौरांग कुलश्रेष्ठ, ललित राठौर, उपेंद्र बाजपेई, गौरव गुप्ता आदि उपस्थित रहे।

SHARE