– सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखाकर रैली को किया रवाना
– जागरूकता रैली में डीवीबीडीसीओ सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी भी हुए शामिल
– जिले भर के सभी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों, जीविका समूहों और स्कूलों में आयोजित हुआ विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम
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मुंगेर-
विश्व मलेरिया दिवस पर गुरुवार को एएनएम स्कूल की छात्राओं के द्वारा निकाली गई जागरुकता रैली को सिविल सर्जन डॉक्टर विनोद कुमार सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । जागरूकता रैली जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यालय से निकल कर सदर अस्पताल, कोतवाली चौक, किला गेट, एक नंबर ट्रैफिक होते हुए पुनः कार्यालय आकर समाप्त हुआ। इस दौरान एएनएम स्कूल कि छात्राओं और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा मलेरिया उन्मूलन से संबंधित नारे भी लगाए जा रहे थे । इस अवसर पर डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह, डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंसल्टेंट पंकज कुमार प्रणव, वेक्टर डिजीज कंट्रोल ऑफिसर संजय कुमार विश्वकर्मा और राज कुमार, पीसीआई के जिला प्रतिनिधि मंजीत कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाते हुए सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार सिन्हा ने बताया कि केंद्र सरकार ने सन 2030 तक देश से मलेरिया को समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस वर्ष “एक्सीलिरेटिंग द फाइट अंगेस्ट मलेरिया फॉर ए मोर इक्विटेबल वर्ल्ड” थीम के साथ मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मलेरिया प्लाजमोडियम नामक एक परजीवी से संक्रमित मादा एनोफिलिज मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी है। यह एक प्रकार का बुखार है जो किसी भी उम्र के लोगों कभी भी हो सकता है। इसमें ठंड जैसा महसूस होने के साथ 103 से 105 डिग्री तक बुखार हो जाता है। हालांकि कुछ घंटों के बाद पसीने के साथ बुखार उतर जाता है लेकिन बुखार के आने जाने का सिलसिला नियमित रूप से बना रहता है।
डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉक्टर अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि गुरुवार को वर्ल्ड मलेरिया डे के अवसर पर जिला भर के सभी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों, जीविका समूहों और स्कूलों में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार बुधवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टरों के साथ बैठक आयोजित कर विश्व मलेरिया दिवस और सन 2030 तक मलेरिया उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने को लेकर चर्चा किया गया। इस बैठक में आईएमए मुंगेर के अध्यक्ष डॉक्टर सुभाष चंद्र, सचिव डॉक्टर कुमार राहुल के अलावा डॉक्टर बीबी बॉस, डॉक्टर अजय कुमार, डॉक्टर नीलकेतु, डॉक्टर अमित विक्रम, डॉक्टर संजीव कुमार डॉक्टर नेहा, डॉक्टर निर्मला गुप्ता, डॉक्टर निरंजन कुमार सहित कई डॉक्टर उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि जिला में अभी मलेरिया का एक भी मरीज नहीं है।
वेक्टर डिजीज कंट्रोल ऑफिसर संजय कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि विश्व मलेरिया दिवस पर जीविका के द्वारा सदर प्रखंड मुंगेर सीएलएफ प्रकाश और विश्वास और जमालपुर प्रखंड के कलारामपुर में आशियाना सीएलएफ रंगोली बनाकर और उपस्थित लोगों को शपथ दिलाकर मलेरिया के प्रति जागरूक किया गया। इसके अलावा एएनएम स्कूल, हवेली खड़गपुर के प्राथमिक विद्यालय, गोड़धोवा सहित अन्य विद्यालयों में जाकर स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा स्कूली बच्चों को मलेरिया के प्रति जागरूक किया गया। इसके अलावा मुंगेर सदर प्रखंड के कई आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी सीविका और सहायिका के द्वारा उपस्थित बच्चों सहित अन्य लोगों को मलेरिया बीमारी के लक्षण और बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दिया गया। उन्होंने बताया कि सदर प्रखंड मुंगेर, बरियारपुर, हवेली खड़गपुर, धरहरा, जमलापुर सहित लगभग सभी प्रखंडों में कार्यरत प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, के अलावा विभिन्न हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सीएचओ के नेतृत्व में मलेरिया जागरूकता से संबंधित पोस्टर, रंगोली, पेंटिंग बनाकर और लोगों के बीच पैंपलेट वितरित कर मलेरिया बीमारी होने के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।