अणुव्रत की आचार संहिता के छोटे संकल्पों से बड़े लक्ष्य को पाए
-डॉ. कुसुम लुनिया
( संगठन मंत्री अणुव्रत विश्व भारती)
14 मई 2024-
अणुव्रत विश्व भारती के तत्वावधान में अणुव्रत समिति गाजियाबाद ने अणुव्रत आचार संहिता पर आधारित* अणुव्रत काव्यधारा* का केबीसी बैंक्विट हॉल सूर्यनगर में भव्य आयोजन किया।अणुविभा के महामंत्री श्री भीखम चंद जी सुराणा की मंगलकामनाओं से कार्यक्रम की शुभ शुरुआत हुई।काव्यधारा का मुख्य आकर्षण गाजियाबाद जिला अधिकारी श्री इंद्र विक्रम सिंह जी(DM) की उपस्थिति और उनका शानदार व्यक्तव्य था जिसे सुनकर सभी श्रोतागण व स्वयं कविगण भी गदगद हो गए।निगम पार्षद श्री कृष्ण शशि खेमका जी, वन विभाग के अधिकारी श्री विकास जी सिंटोरिया, अणुविभा की संगठन मंत्री डॉ कुसुम लुनिया, काव्यधारा के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. धनपत लुनिया व विभिन्न समाज के पदाधिकारी गण की गरिमामय उपस्थिति रही।
* डॉ. कुसुम लुनिया ने अपने सारगर्भित वक्तव्य के साथ अणुव्रत आचार संहिता के तीन संकल्प इस मंच के माध्यम से परिषद को दिलवाए। 1.निरपराध प्राणी का संकल्प पूर्वक वध नहीं करूगा, 2.व्यसन मुक्त जीवन जीऊंगा 3.मैं पर्यावरण की समस्या के प्रति जागरूक रहुगां।इन तीनों संकल्पों को प्राय: सभी ने दोहराकर स्वीकार किया।*
खचाखच भरे हॉल में विश्व प्रसिद्ध वीर रस कवि श्री गजेन्द्र जी सोलंकी, मंच संचालक डॉ. कीर्ति कॉले जी, हास्य हरियाणवी श्री ओमप्रकाश कल्याणे, प्रियंका राय(वीर रस), सुधा संजीवनी सभी कवियों ने अणुव्रत आधारित काव्यपाठ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रियंका राय जी ने खूब जोश भरी वाणी से नारी जागृति पर काव्य पाठ किया जिससे सभी में जोश भर आया और तालिया से हॉल गूंज उठा। ओमप्रकाश जी के हास्य व सुधा संजीवनी जी के विविध विषयों पर काव्य को सभी ने खूब सराहा।
गजेंद्र जी सोलंकी द्वारा महावीर स्तुति व अणुव्रत आचार संहिता पर आधारित रचनाओं से कार्यक्रम में चार चांद लग गए। कीर्ति काले जी की अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य तुलसी जी के जीवन पर आधारित रचना से हॉल के सभी लोग तालियां बजाते हुए हर्ष विभोर होकर काव्य सम्मान में खड़े हो गए।
मंचीय कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री शरद वार्ष्णेय जी ने बड़ी बेखुबी से किया, जिसे सभी ने खूब सराहा। मंगलाचरण श्री धनपत सिंघी के साथ उपाध्यक्ष श्री विशाल जी, सहमंत्री मधु जी, प्रचार प्रसार मंत्री आशीष जी और कार्यकारिणी सदस्य सरिता जी ने अणुव्रत गीत से किया।निकिता बेगवानी व रिद्धि अग्रवाल ने भी स्वरचित कविताएं पढी।
अणुव्रत समिति की अध्यक्षा श्रीमती कुसुम हीरालाल जी सुराणा ने डीएम सर जो अति व्यस्त होते हुए भी समय निकालकर काव्यधारा के कार्यक्रम में पधारे, जिसके लिए उनका हृदय की गहराइयों से आभार ज्ञापन किया और प्रोग्राम में आए सभी का हार्दिक स्वागत किया। और कहा सत्य, समता, शांति, शक्ति, सौहार्द, अहिंसा, सद्भावना, नैतिकता, ईमानदारी जैसे अनेक गुणों को गुरुदेव तुलसी ने 1 सूत्र बांध दिया, जिसे अणुव्रत आचार संहिता का नाम दिया गया।
अणुव्रत समिति गाजियाबाद के एक के बाद एक सफल कार्यक्रमों के लिए सभी ने खूब बधाई दी। कार्यक्रम के संयोजक श्री हेमंत जी सुराणा और उनकी टीम ने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु खूब जी जान से मेहनत की और उस मेहनत का नतीजा यह रहा कि कार्यक्रम खूब शानदार रहा। सभी गणमान्य लोगों को मंत्री अनिल लुनिया , कोषाध्यक्ष महेंद्र घीया,वीरेंद्र जी, आदि ने पटका पहना कर स्वागत किया व कविगण और अर्थ सहयोगियों को अणुव्रत आचार संहिता का प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया।
रजिस्ट्रेशन काउंटर पर नीतू जी, सुधा घीया, सरला सेठिया, कनक फूलफगर, गुलाब दस्सानी ने अपनी जिम्मेदारी संभालते हुए कई मेंबर्स बनाएं और लगभग 250 की संख्या में रजिस्ट्रेशन करवाएं। कार्यक्रम की व्यवस्था नीतू सुराणा, मनीष खटेड़,मोनू बेगवानी आदि कार्यकर्ता ने बड़ी बेखूबी से संभाला। आभार ज्ञापन उपाध्यक्ष विशाल जी संचेती ने किया।