पटना।
इम्पैक्ट इंडिया प्रोजेक्ट के तहत कर्नाटका हेल्थ प्रोमोशन ट्रस्ट के द्वारा एक दिवसीय टीबी चैंपियंस का प्रशिक्षण राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के प्रशिक्षण कक्ष में किया गया। प्रशिक्षण का उद्घाटन जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ. रजनीश चौधरी एवं स्टेट आईससी पदाधिकारी, यक्ष्मा बुशरा अज़ीम द्वारा संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया।
इस अवसर पर अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, यक्ष्मा, डॉ. बाल कृष्ण मिश्र ने टीबी चैंपियंस की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि टीबी चैंपियंस सेवा भाव से यक्ष्मा मरीजों के लिए काम करें और समाज में उदाहरण प्रस्तुत करें। उन्होंने कुछ टीबी चैंपियंस से कार्यक्षेत्र में हुए उनके अनुभवों के बारे में जानकारी ली और उन्हें परामर्श दिया।
उन्होंने इम्पैक्ट इंडिया प्रोजेक्ट के तहत टीबी चैंपियंस के माध्यम से यह एक सार्थक कदम है। उन्होंने बताया कि ऐसे टीबी मरीज जो टीबी से पूर्ण रूप से ठीक हो गए हैं और समाज की लिए कुछ करना चाहते है उन्हें टीबी चैंपियंस के रूप में चयन किया गया है वे प्रत्येक हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर के माध्यम से लोगो के बीच प्रचार प्रसार का काम करेंगे।
इस अवसर पर संचारी रोग पदाधिकारी, डॉ. रजनीश चौधरी ने कहा कि इम्पैक्ट इंडिया प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य टीबी के प्रसार को कम करना तथा टीबी से होने वाले मौत में कमी लाना है। प्रशिक्षण का उद्देश्य के बारे मे चर्चा करते हुए कहा कि टीबी मुक्त पंचायत के लिए टीबी चैंपियंस सबसे बड़े संदेशवाहक का काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर टीबी चैंपियंस टीबी मुक्त पंचायत के लिए काम करें और लोगों को जागरूक करें।
इम्पैक्ट इंडिया प्रोजेक्ट के स्टेट लीड पंकज शर्मा ने बताया की यह प्रोजेक्ट बिहार के 7 जिला यथा दरभंगा, मुज़फरपुर, पूर्णिया, गया, सारण, पटना एबं सीतामढ़ी जिला में चलाया जा है, जिसका क्रियान्वयन कर्नाटक हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि दरभंगा, मुज़फरपुर, पूर्णिया एवं सीतामढ़ी में अब तक करीब 111 टीबी चैंपियंस को प्रशिक्षित किया जा चुका है और आज पटना में इसकी शुरुआत हुई है।
इस परियोजना में टीबी चैंपियंस को आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एचडब्यूसी) के स्तर पर तैनात किया जाएगा जो ग्राम पंचायत में एडवोकेसी/सामुदायिक बैठकों में भाग लेकर ग्राम पंचायत के सदस्यों और सामुदायिक नेताओं की मदद से, टीबी केस-फाइंडिंग को बढ़ावा देने, बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने, कम आय वाले परिवारों के लिए उपचार और पोषण सहायता प्रदान करने में सुविधा प्रदान करने में सहयोग करेंगे। बुशरा अज़ीम ने भी प्रतिभागियों को टीबी से जुडी कई जानकारी दी और उनके शंकाओं का समाधान किया।
मास्टर ट्रेनर सह डॉट्स प्लस सुपभाईजर एवं डीपीसी द्वारा टीबी के फैलाब, रोकथाम एबं उपचार से सम्बंधित विषय पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया। जिले के 26 टीबी चैंपियंस ने प्रशिक्षण कार्यशाला में शिरकत की। कार्यशाला का संचालन इम्पैक्ट इंडिया प्रोजेक्ट के गौहर अयूब खान ने किया।