• 57 शव वाहन जल्द कराये जायेंगे उपलब्ध
पटना-
अस्पताल जाने एवं उपचार के बाद किसी भी मरीज की सबसे पहली जरुरत एम्बुलेंस की होती है. बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करने में गुणवत्तापूर्ण एम्बुलेंस सुविधा जरूरी होती है. आकस्मिक स्तिथि में मरीजों को अस्पताल अथवा स्वास्थ्य केंद्र पर पहुँचाने में एम्बुलेंस की सुविधा संजीवनी साबित होती है. ससमय लोगों को एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति प्रयासरत है. वर्ष 2024-25 के जनवरी से अक्टूबर तक राज्य में 1001 बीएलएस ( बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस ) एवं 574 एएलएस ( एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस ) क्रियाशील है. राज्य में नवंबर 2024 से नयी एजेंसी जेनप्लस प्राइवेट लिमिटेड ने 102 एम्बुलेंस सेवा की सेवा शुरू की है. नयी एजेंसी अगले कुछ महीने में 700 बीएलएस एवं 57 शव वाहन को 102 एम्बुलेंस सेवा में जोड़ेगी.
राज्य के सभी मरीजों को 102 एम्बुलेंस सेवा निशुल्क उपलब्ध करायी जा रही है. 102 एम्बुलेंस के परिचालन की मॉनिटरिंग के लिए डैशबोर्ड परिचालित है. साथ ही 102 एम्बुलेंस की बुकिंग के लिए टोल फ्री नंबर 102 पर मोबाइल/फोन के माध्यम से सीधे कॉल करने के अलावे जीपीएस ट्रैकिंग सुविधा के साथ बुकिंग का विकल्प भी उपलब्ध है. एम्बुलेंस की बढ़ती संख्या के कारण एम्बुलेंस का रोगियों तक पहुँचने का औसत समय घट कर 22 मिनट हो गया है.
विदित हो कि राष्ट्रीय मानक के अनुसार एक लाख की आबादी पर एक बीएलएस एम्बुलेंस एवं पाच लाख की आबादी पर एक एएलएस एम्बुलेंस का प्रावधान है. राज्य में 1.19 लाख आबादी पर एक बीएलएस एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गयी है जो राष्ट्रीय मानक के लगभग बराबर है. वहीँ 2.17 लाख की आबादी पर एक एएलएस एम्बुलेंस की उपलब्धता है जो राष्ट्रीय मानक पांच लाख से काफी बेहतर है.
वर्षवार एम्बुलेंस उपलब्धता:
वर्ष बीएलएस एएलएस
2011-12 504 5
2012-13 504 5
2013-14 529 49
2014-15 529 58
2015-16 744 58
2016-17 744 58
2017-18 994 58
2018-19 994 58
2019-20 1004 58
2020-21 1024 85
2021-22 1024 342
2022-23 1024 580
2023-24 1006 576
2024-25 (अक्टूबर, 2024 तक) 1001 574