भागलपुर के जिलाधिकारी ने खुद फाइलेरिया रोधी दवा खाकर किया सर्वजन दवा सेवन अभियान का शुभारंभ

– 17 दिनों तक चलने वाले अभियान में 32 लाख लोगों को खिलाई जाएगी ये दवा

– अभियान के सफल संचालन के लिए जिला भर में लगाई गई है 1890 डीए टीम

भागलपुर।

समाहरणालय परिसर स्थित समीक्षा भवन सभागार में जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने खुद फाइलेरिया रोधी दवा एलबेंडाजोल और डीईसी का सेवन कर सोमवार को सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी नागेन्द्र कुमार गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ. अशोक प्रसाद, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ, जिला स्वास्थ्य समिति, भागलपुर के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) मणि भूषण झा, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी, जिला फाइलेरिया कार्यालय के कई कर्मचारी, डेवलेपमेंट पार्टनर पिरामल स्वास्थ्य और सिफार के जिलास्तरीय प्रतिनिधि सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।

इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में इस्तेमाल होने वाली एलबेंडाजोल और डीईसी की दवा बिल्कुल सुरक्षित है। काफी जांचने परखने के बाद ही इन दवाओं को राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष चलने वाले सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान के दौरान लोगों को सेवन कराया जाता है।

उन्होंने बताया कि दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रूप से बीमार लोगों को छोड़कर सभी लोगों को साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कर लेना चाहिए। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा के रूप में एलबेंडाजोल और डीईसी का सेवन करने का निर्देश दिया।

17 दिन में लगभग 32 लाख लोगों को खिलाई जाएगी फाइलेरिया रोधी दवा :
सिविल सर्जन डॉ. अशोक प्रसाद ने बताया कि अगले 17 दिनों तक चलने वाले सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान के दौरान लगभग 32 लाख लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई जायेगी। इसके लिए जिमे में कुल 1890 ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन टीम को लगाया गया है।

इसके अलावा इन सभी डीए टीम की मॉनिटरिंग के लिए कुल 153 ड्रग सुपरवाइजर को लगाया गया है। उन्होंने बताया कि 17 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के दौरान शुरू के 14 दिनों तक स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाएंगे। अंतिम 3 दिन के दौरान स्कूलों में मध्याह्न भोजन के बाद बच्चों और शिक्षकों के साथ-साथ अन्य स्थानों पर बूथ लगाकर लोगों फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया जाएगा। इस दौरान किसी भी स्थिति में बच्चों सहित अन्य लोगों को भूखे पेट दवा नहीं खिलाने का निर्देश ड्रग एडमिनिस्ट्रेटर (डीए) टीम को दिया गया है।

पहली बार बनाई गई है टू लेयर रैपिड रेस्पॉन्स टीम
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दीनानाथ ने बताया कि फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करने के बाद होने वाले किसी भी प्रकार के एडवर्स रिएक्शन से निपटने के लिए जिला में पहली बार टू लेयर रैपिड रेस्पॉन्स टीम बनाई गई है। एक टीम पंचायत स्तर पर सीएचओ के नेतृत्व में काम करेगा और दूसरी टीम प्रखंड स्तर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व काम करेगा। इसके अलावा जिला स्तर पर सदर अस्पताल में जिला नियंत्रण कक्ष भी काम करेगा।

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