यदि आप दिल्ली के वोटर हैं, तो पूरा समझने का प्रयास अवश्य करें।
आजकल एक चर्चा बड़ी जोरो पर है कि दिल्ली में आप की वापसी होनी चाहिए या भाजपा।
भाजपा वाले जोर शोर से कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी ने फ्री बांटने के अलावा कोई और काम नहीं किया, कोई विकास नहीं किया।
आम आदमी वाले कह रहे हैं कि हमने स्कूलों पर, हॉस्पिटलों पर, सड़कों पर काम किया।।
अब समझ नहीं आ रहा कि कौन झूठ बोल रहा है कौन सच?
मैं असमंजस की स्थिति में हूं कि किसको वोट दूं किसको न दूं?
कल मेरी दुकान पर खड़े एक 17-18 साल के लड़के ने मेरी आंखे खोल दी।
बोला- अंकल मैं बताता हूं आपको, छोटी सी परीक्षा करो तो दूध का दूध पानी का पानी हो जायेगा।
अब जब भी दिल्ली की सत्ता पार्टी का उम्मीदवार आपके पास आए तो उसे बोलना कि एक वार्ड में कम से कम 50 कार्यकारणी के हर पार्टी में सदस्य होते हैं।
आप कहते हैं कि आप ने शिक्षा में, स्वास्थ्य में व दिल्ली के विकास के लिए बहुत काम किया है।
तो एक काम करिए,
पांच वर्ष अपने पूरा राज किया है,
हर वार्ड में पचास में से पांच सदस्यों के नाम कार्ड सहित जारी कर दें उनके बच्चों के कार्ड सहित जो सरकारी स्कूल में पढने लग गए हों, यदि ऐसा हुआ तो समझ जाना, शिक्षा का स्तर सुधर रहा है।
पांच सदस्यों के नाम जारी करें जिनके परिवार का एक भी सदस्य मोहल्ला क्लीनिक या सरकारी अस्पताल में इलाज करा के आए हों उनके कार्ड और डॉक्टर की पर्चे जारी करें तो हम समझ जाएंगे कि चिकित्सा का स्तर सुधर गया है।
वोट मांगने आए उम्मीवारों से कहिए कि दिल्ली में पांच वर्ष में मात्र पांच स्कूलों के नाम, पांच हॉस्पिटलों के नाम जो आपने खोले हों उनके नाम जारी कर दो।मात्र पांच सड़कों के नाम जारी कर दें जो अपने दिल्ली में चौड़ी की हों।पांच वर्ष में केवल पांच – पांच ही जारी करनी है।
बस नेताजी अपने इतना ही करना है ।
फ्री बांटना कोई कब्लियत नहीं है, हर 100 रुपए की चीज में 18 रूपए टैक्स हम से लिया जाता है, जिसमें से 9 रूपए केंद्र सरकार को मिलते हैं और 9 राज्य सरकार को।केंद्र तो हमारे 9 रुपए का इस्तेमाल कहां कर रही है, हमें पता है। अरबों रुपए के फाइटर प्लेन, मिसाइल, अलग अलग शहरों में मेट्रो, बुलेट ट्रेन,स्वदेशी वन्दे भारत जैसी ट्रेनें, दिल्ली से असम तक बड़े बड़े हाईवे, दिल्ली से श्रीनगर तक हाईवे, दिल्ली से श्रीनगर तक सीधी ट्रेन, दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा भारत में, दुनिया का सबसे ऊंचा निर्माणाधीन पुल हमारे देश में, हमें आंख दिखाने वाला चीन डोकलाम से भागना और पाकिस्तान को कंगाल करना, छ वर्ष में एक भी नकली नोट के दर्शन न होना, फौजियों की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक राइफल, बुलेटप्रूफ जैकेट, चार लाख करोड़ का डिफेंस सिस्टम जो हमारी और बढ़ने वाली किसी भी दुश्मन देश की मिसाइल को रास्ते में ही खत्म करने की ताकत रखता है——- यह है केंद्र को मिलने वाले 9 रुपए की ताकत।
और राज्य सरकार को मिलने वाले 9 रुपए से?
सिर्फ कुछ तुच्छ सी सुविधाएं फ्री?दिल्ली का विकास खत्म?
इसलिए उसने कहा अंकल अपने 9 रुपए की ताकत पहचानो।
9 में से एक आधा रूपए फ्री में हमें लौटाया जा रहा है बाकी का क्या?
हमें बेवकूफ समझा जा रहा है पर अंकल हमें बेवकूफ़ नहीं बनना।
एक पार्टी तो 21 साल पहले मेरे जन्म से पूर्व ही सत्ता से बेदखल कर दी गई थी। और इस पार्टी ने अपने मुख्यमंत्री को मात्र दो लाख रुपए का आरोप लगने पर गद्दी से उतार फेंका हालांकि बाद में ये आरोप भी झूठा निकला और चंद रुपए प्याज का दाम बढ़ने पर ऐसी पार्टी को सत्ता से बेदखल कर दिया।
पहले एक पार्टी हमें चुनाव से पहले शराब पिला कर वोट ले लेती थी और अब दूसरी फ्री के नाम पर।
बात एक ही है सिर्फ तरीका अलग।
जब एक छोटा सा बच्चा ये बात समझ सकता है तो क्या हम दिल्ली वाले मूर्ख हैं- नहीं।
सोचें और ध्यान रखें प्रश्न देश से जुड़ा हुआ है और जब जब बात देश की आई है हमने अपने हितों से देश को ऊपर रखा है।