आज का ताजा समाचार यह है कि दिल्ली से 70 की 70 सीटों पर केजरीवाल का सफाया होने जा रहा है।
यह अंदर की खबर है दिल्ली वालों ने पूरा मन बना लिया है कि इस बार केजरीवाल कांग्रेस की तरह ही रहेगा।
आश्चर्य की बात यह है कि इस बार भाजपा के अलावा जेडीयू और एलजेपी की भी सीट दिल्ली में विधानसभा में होंगी।
दिल्ली में एक सर्वे के अनुसार पता चला है कि अधिकतर मतदाताओं ने, विशेषकर युवाओं ने, महिलाओं ने कहा है कि चुपचाप कमल छाप, चुपचाप कमल छाप। किसी से कुछ कहने की आवश्यकता नहीं और कमल का बटन दबाना है। किसी को कुछ कहने की जरूरत नहीं सफाई देने की आवश्यकता नहीं इसलिए दिल्ली में अब यह अंदर की खबर बताई जा रही है कि इस बार पूरी तरह से केजरीवाल का कांग्रेस की तरह ही सफाया हो जाएगा। यह खबर पक्की है। मतदाताओं का कहना है कि सभी इस पर अमल करें और अपने वोट को व्यर्थ ना जाने दें। इसलिए चुपचाप, कमल छाप।
लोगों की विभिन्न तरह की पीड़ा थी। जिन जिन से बात की उन सभी ने अलग अलग पीड़ाओं का विवरण दिया। उन को सबसे अधिक पीड़ा यह थी कि जो केजरीवाल है वह बहुत बड़ा पलटूराम है। पलटूराम अर्थात अपनी बात से पलट जाता है झूठ बोलता है और धोखे की राजनीति करता है। उसने अन्ना आन्दोलन के मंच से कहा था कि अपने बच्चों की कसम खाता हूं मैं राजनीति में नहीं आऊंगा। आ गया। उसने कहा था बच्चों की कसम खाता हूं कोई बंगला, गाड़ी नहीं लूंगा। बंगला भी लिया है। गाड़ी भी है। सारी सरकारी सुविधा भी है। जो भ्रष्टाचार मुक्ति के लिए कहा था कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए लोकपाल विधेयक लाएंगे। वह कहां है। भ्रष्टाचार आज तक रुका ही नहीं और ना कोई प्रयास किया गया। क्योंकि स्वयं उसमें शामिल हो गये।
शीला जी और उनका पूरा मंत्रिमंडल कौन सी जेल में रहा?
इसके अलावा केजरीवाल ने कहा था कि मेरी सरकार बनने के 15 से 20 दिन के अंदर अधिक से अधिक 2 महीने के अंदर शीला जी और उनका पूरा मंत्रिमंडल जेल में होगा।
हमें बताया जाए कि कौन सी जेल में उनका मंत्रिमंडल है ऐसी कौन सी जेल है जिसमें शीला जी और उनका मंत्रिमंडल उसमें कितने दिन रहा यह किसी को नहीं पता।
झूठ का पुलिंदा है येे केजरीवाल लोगों का कहना है। लोगों ने यह भी कहा कि जनता दरबार की बात कही थी कि जनता दरबार होगा और जनसुनवाई वहांं हुआ करेगी। जिसकी भी जो परेशानी है, समस्या है वह जनता दरबार में आए मुख्यमंत्री को बताएं और अगले कुछ दिनों में उसका निवारण हो जाएगा।
जनता दरबार का झूठ
जनता दरबार कहां चले गए। दो दरबार लगाए 2 या 3 लगाए उसके बाद केजरीवाल मस्ती में छाए। इसके बाद जब जनता दरबार बंद हुए तो एलजी मुझे काम नहीं करने दे रहे है। केंद्र सरकार काम नहीं करने दे रही हैै। मोदी जी काम नहीं करने देते। और अब कहते हैं अच्छे बीते 5 साल। इसका मतलब तुम काम करना नहीं चाहते थे। आराम करना चाहते थे। इसलिए तुम्हारे 5 साल बीत गए जनता को मूर्ख बना कर आपने अपने 5 साल अच्छे बिताये। खूब लूटा दिल्ली को।
कन्हैया की फाईल क्यों रोकी
कुछ लोगों का कहना है कि कन्हैया की फाइल क्यों रोके बैठे हैं??? केजरीवाल जी का कन्हैया से क्या रिश्ता है ?केजरीवाल जी क्या चाहते हैं कि कन्हैया को सजा ही ना मिले जो भारत तेरे टुकडे होगें, देश के टुकड़े करने की बात करता है’ देश के टुकड़े गैंग का सरगना है उनका साथ क्यों दिया जा रहा है। यह प्रश्न भी जनता के दिलों में है और इन सभी प्रश्नों का उत्तर केजरीवाल को देने होंगे।
दूसरी शिकायत यह रही कि वह शाहीन बाग के साथ है।शाहीन बाग वाले लोगों को उन्होंने समझाया क्यों नहीं ? जबकि सीएए किसी भी तरीके से भारत के किसी भी व्यक्ति का नुकसान नहीं कर रहा है। वह केवल और केवल शरणार्थियों के लिए है, और घुसपैठिए उसमें टिक नहीं पाएंगे, तो यह समझने की बात नही थी क्या? समझाने की बात थी और वह कहते है कि हम साइन बाग के साथ हैं। उनका उपमुख्यमंत्री कहता है मैं साहीन बाग के भी साथ हूं मैं जेएनयू के भी साथ हूं मैं एएमयू के भी साथ हूं। यह इस तरह की भाषा का प्रयोग भी जनता को दुखद स्थिति में ले गया जनता बहुत दुखी है दिल्ली की जनता इस बार किसी भी तरीके से केजरीवाल को अपना वोट ना देकर उनको सबक सिखाना चाहती है। ताकि आगे कोई भी राजनीतिक दल इस तरह की हरकत ना कर सके देश के टुकड़े गैंग का साथ ना दे सके।
कुछ लोग बिजली और पानी की शिकायतों को भी लेकर आए। कुछ लोगों ने माना कि बिजली पानी सस्ता करने से जनता को लाभ हुआ है। महिलाओं को डीटीसी में फ्री करने से महिलाओं को लाभ हुआ है लेकिन डीटीसी घोर घाटे की तरफ जा रही है। यह कितने दिन चलेगा इसका भी कुछ पता नहीं है। स्कूली बच्चों को कंडक्टर डांटते हैं। स्कूली बच्चों को डीटीसी में फ्री होना चाहिये था। जिन का अधिकार है उनको सुविधा नहीं है क्योंकि उनका वोट नहीं है। तो यह वोट को ₹10 व ₹5 के टिकट से केजरीवाल जी खरीदना चाहते हैं ऐसा असंभव है । जो मतदाता 70 हजार रुपए के लालच में नहीं आए , पिछली बार लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस के झांसे में नही आये उनसे केजरीवाल जी कैसे आशा करते हैं कि वह डीटीसी में फ्री चलने से या बिजली पानी फ्री होने से देश को लूटने देंगे? देश को बिकने देंगे? देश विरोधी ताकतों को खड़ा होने देंगे ? ऐसा असंभव है। महिलाएं बहुत समझदार हैं वह केजरीवाल को कभी वोट नहीं देंगी। कुछ लोगों ने बताया कि दिल्ली को मुफ्त खोरी की आदत डालना केजरीवाल को भारी पड़ने वाला है। दिल्लीवासियों के स्वाभिमान से खेलने वाले को झाडू से सााा करके कमल खिलाने की तैयारी मे लगेे है दिल्ली क्षा मतदाता।
चिकित्सा निशुल्क देना तो ठीक है लेकिन अन्य सुविधाओं के साथ छेड़छाड़ करना ठीक नहीं।
श्रीमान केजरीवाल बहुत नाराज है आपकी दिल्ली।
चुपचाप, कमल छाप रही है दिल्ली।
सर्वेक्षण कर्ता
भू त्यागी भारतीय