टीके लगने से बच्चों की बढ़ती है प्रतिरोधक क्षमता

बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है सम्पूर्ण टीकाकरण
हर बुधवार और शुक्रवार को  आंगनबाड़ी केंद्रों पर होता है टीकाकरण
बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सरकार चला रही है टीकाकरण
बांका, 26 जून
टीकाकरण बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए  बहुत  आवश्यक है. यह बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता का विकास करता है. शिशु मृत्यु दर के प्रमुख कारणों में से अनेक ऐसी बीमारियाँ हैं जिनको नियमित टीकाकरण के माध्यम से रोका जा सकता है. लेकिन इन सभी टीकों का सही समय पर दिया जाना भी महत्वपूर्ण है ताकि बच्चों को बीमारियों से बचाया जा सके. टीके के महत्व को बताते हुए कटोरिया रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉ विनोद कुमार का कहना है कि टीके से बच्चों के प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. हर सप्ताह के बुधवार और शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाते हैं. टीके का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है. यह बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाता है.  बहुत ही सुरक्षित और प्रभावी तरीके से  डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों द्वारा  सावधानीपूर्वक समीक्षा के बाद ही बच्चों को टीके दिए जाते हैं। उन्होने बताया टीकाकरण ही वह साधन है जिससे हजारों बीमारियों से रक्षा किया जा सकता है. आज टीकाकरण के कारण ही पोलिया जैसे बीमारी का उन्मूलन किया जा सका है.
संक्रमित बीमारियों से करता है बचाव: बच्चों में होने वाले पोलियो, टीबी, खसरा एवं रूबेला , निमोनिया, डायरिया, हैपेटायटीस-बी, गलाघोंटू, काली खांसी, दिमागी बुखार एवं टीटनेस जैसे कई गंभीर रोगों से टीकाकरण बचाव करता है एवं शिशु मृत्यु दर में काफ़ी कमी लाता है.
गलतफहमी से बचने की जरूरत: टीकाकरण का कोई साइड इफेक्ट नहीं है. इस तरह की गलतफहमी से बचने की जरूरत है. आज जो टीके दिलाए जा रहे हैं यह पूर्ण रूप से सुरक्षित है. किसी भी दवा के साथ इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है. ज्यादातर मामलों में आमतौर पर टीका हल्का होता है. अगर किसी टीके में बुखार आता है तो उसके लिए डॉक्टर सलाह देते हैं.
किसी तरह की एलर्जी हो तो डॉक्टर से साझा करें: सभी बच्चे को टीके लगते हैं कोई दिक्कत नहीं होता है, लेकिन अगर बच्चे को किसी तरह का एलर्जी हो तो मां को चाहिए कि इसके बारे में डॉक्टर को बताएं, ताकि डॉक्टर उस सुविधानुसार उसे टीके लगा सकेंगे.
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