कोरोना आपदा के बीच निडरता से पूनम कर रहीं हैं स्क्रीनिंग का काम

लोगों को अफवाहों से दूर रहने व भेदभाव नहीं करने की दे रहीं सलाह
लखीसराय: 13 जुलाई: आज जब कोविड -19  विकट परिस्थिति बनती जा रही है वो किसी  चुनौती से कम नहीं है. और ऐसी चुनौती को अपने कार्य में तब्दील कर समाज को हर तरह से जागरूक करने की बीड़ा जिले के  लखीसराय पीएचसी की एएनएम पूनम कुमारी ने उठा रखा है.  वह बिना भयभीत हुए अपने क्षेत्र में घूम कर लोगों को कोरोना संक्रमण के लक्षण तथा इससे बचाव की जानकारी दे रही हैं. इसके साथ गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व प्रबंधन और नवजात शिशुओं के लिए उनके सही पोषण की जानकारी तथा गर्भनिरोधक साधन भी उपलब्ध करा रही हैं.
स्क्रीनिंग के लिए लोगों को समझाने का किया काम:
पूनम बताती हैं कि इस कोरोना के माहौल में लोगों को समझाना मुश्किल तो होता है पर वह इसे अपना कर्तव्य समझकर कर करती है. पूनम आगे बताती है उन्हने अपने कार्य-क्षेत्र महीसोना ग्राम में एक कोरोना संकर्मित के होने की खबर मिली तो उसके संपर्क में आनेवाले लोगों की सूची तैयार कर जब उन्हे जाँच हेतू सदर जाने की बात बताई तो वे लोग जांच के लिए तैयार नहीं हो रहे थे. उन लोगों का कहना था कि वो संकर्मित के संपर्क में नहीं आए है तो उनका जाँच क्यों जरूरी है. साथ ही उन्हे ये लग रहा था की की जाँच के बाद लोगों का  व्यवहार न बदल जाये. लेकिन जब ऐसे लोगों को वहाँ के मुखिया, बीडीओ और समाज के कुछ लोगों द्वारा पूरी तरह आश्वस्त किया गया कि ऐसा कुछ भी उनके साथ नहीं होगा, और यह जांच उनकी व उनके परिवार की सुरक्षा के लिए स्क्रीनिंग किया जाना जरूरी है तो वे अपने –अपने जाँच के लिए राजी हो गये.
अफवाहों व भेदभाव दूर कर लोगों को कर रही जागरूक:
पूनम ने बताया बहुत लोग कोरोना से जुड़े अफवाह के शिकार हैं.लोगों को यह भ्रम है कि टीकाकरण से संक्रमण फैलता है. कई लोग मानते हैं कि गर्म पानी पीने से इस बीमारी से बचा जा सकता है. लेकिन इस तरह की अफवाह दूर करने के लिए वह लोगों से चर्चा कर इसकी सही जानकारी देती हैं.
वह लोगों को बताती हैं कि कोरोना संदिग्ध या संक्रमित से शारीरिक दूरी रखा जानी चाहिए. उसके साथ मानसिक या सामाजिक भेदभाव सही नहीं है
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