आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के गोल्डन कार्ड अब बनेंगे पंचायत स्तर पर

-कार्यपालक सहायक को कार्ड बनाने की सौंपी जाएगी जिम्मेदारी, अन्य कर्मी भी करेंगें सहयोग

-कोविड-19 के सभी मानकों का रखा जाएगा ख्याल

-स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सचिव ने पत्र जारी कर दिए निर्देश

लखीसराय, 05 सितम्बर, 2020
सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर और समुचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर पूरी तरह संकल्पित और कटिबद्ध हैं। इसी कड़ी में कोविड-19 के कारण बंद किए गए आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत गोल्डन कार्ड का कार्य फिर से शुरू करवाने का निर्णय लिया गया है और इसे जल्द से शुरू कराने के लिए आवश्यक तैयारियाँ भी शुरू कर दी गई है। कार्य में तेजी लाने एवं जल्द से जल्द अधिक से अधिक लोगों का कार्ड बनाने को लेकर पंचायत स्तर पर कार्ड बनाया जाएगा। ताकि हर लोगों आसानी के साथ अपना कार्ड बनवा सकें। इसको लेकर स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने पत्र जारी कर जिलाधिकारी एवं जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए हैं और हार हाल में तेजी के साथ कार्ड बनाने के लिए हर आवश्यक पहल करने को कहा है।

पंचायत स्तर पर तैनात कार्यपालक सहायक बनाएँगे गोल्डन कार्ड :

गोल्डन कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लाने को लेकर पंचायत स्तर पर तैनात कार्यपालक सहायक को कार्ड बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी, जो अपने-अपने क्षेत्र के लोगों का सुविधाजनक तरीके से गोल्डन कार्ड बनाएँगे। ताकि निर्धारित तिथि तक कार्ड बनाने का लक्ष्य पूरा किया जा सकें।

शीघ्र शुरू होगा गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य

जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी डॉ आत्मनंद राय ने बताया कि जिले के सभी जगहों पर गोल्डन कार्ड बनाने का कार्य शीघ्र शुरू होगा। इसके लिए आवश्यक तैयारियाँ की जा रही है और संबंधित पदाधिकारियों को शीघ्र कार्य शुरू कराने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

क्या है योजना: वर्ष 2011 के सामाजिक-आर्थिक एवं जातिगत जनगणना में चिन्हित गरीब परिवारों को इस योजना का पात्र बनाया गया है. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत लाभार्थी परिवार पैनल में शामिल सरकारी या निजी अस्पतालों में प्रति वर्ष 5 लाख रूपये तक कैशलेस ईलाज करा सकते हैं. योजना का लाभ उठाने के लिए उम्र की बाध्यता एवं परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है. योजना को संचालित करने वाली नेशनल हेल्थ एजेंसी ने एक वेबसाइट और हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. इसके जरिये लाभार्थी यह जान सकते हैं कि उनका नाम लिस्ट में शामिल है या नहीं. लिस्ट में नाम जांचने के लिए mera.pmjay.gov.in वेबसाइट देख सकते हैं या हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल कर जानकारी ली जा सकती है.

जनप्रतिनिधि भी करेंगे सहयोग

गोल्डन कार्ड बनवाने से एक भी लोग वंचित नहीं रहे। इसके पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि मुखिया, वार्ड सदस्य समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी सहयोग करेंगे। साथ ही कार्ड बनाने को लेकर जागरूक करेंगे।

आशा भी घर-घर जाकर लोगों को करेंगी जागरूक

स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता भी अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी और कार्ड बनाने के लिए प्रेरित करेंगे। साथ ही कार्ड बनने के बाद इलाज में होने वाले सरकारी मदद की भी जानकारी देंगे।

कोविड-19 के सभी मानकों का रखा जाएगा ख्याल

गोल्डन कार्ड बनाने के दौरान कर्मी कोविड-19 के सभी मानकों का ख्याल रखेंगे और पालन करेंगे। जैसे कि मास्क व गलैप्स का उपयोग, शारीरिक-दूरी का पालन, सेनेटाइजर का उपयोग समेत कोविड-19 से बचाव के लिए हर आवश्यक निर्देशों का पालन करेंगे।

गोल्डन कार्ड से कोविड-19 का भी होगा मुफ्त इलाज

गोल्डन कार्ड से कोविड-19 का भी समुचित रूप से मुफ्त इलाज होगा। शेष पूर्व की भाँति सभी सुविधाओं का भी लाभ दिया जाएगा। इसलिए एक भी लोग कार्ड बनवाने से वंचित नहीं रहें इसका कर्मियों द्वारा ख्याल रखा जाएगा। इसके लिए गाँव में जागरूकता अभियान की तरह लोगों को कार्ड बनाने के लिए जागरूक किया जाएगा।

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