हाइपरटेंशन के मरीज बढ़ रहे, हो जाएं सतर्क

सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द हो तो डॉक्टर को दिखाएं
शारीरिक गतिविधियां कम होने से जिले के युवा आ रहे चपेट में
बांका, 7 जनवरी
जिले में हाल के दिनों में हाइपरटेंशन के मरीज बढ़ने लगे हैं. एनएफएचएस 5 के आंकड़े भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं. ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. अगर हम सतर्कता नहीं बरतते हैं तो दिल की बीमारी और ब्रेन हेमरेज जैसी समस्या से भी बचे रहेंगे. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि लोगों की दिनचर्या सही नहीं रहने से हाइपरटेंशन के मरीज बढ़ रहे हैं. पिछले कुछ महीनों में दर्जनों ऐसे मरीज आये हैं इलाज कराने. दरअसल कोरोना काल में लोग घरों में ज्यादा रहे, इस वजह से शारीरिक गतिविधियां भी कम हुई और लोग धीरे-धीरे इस बीमारी की चपेट में आने लगे.
ये लक्षण दिखे तो हो जाएं सतर्क: डॉ. चौधरी कहते हैं कि अगर सीने में दर्द हो, सांस लेने में तकलीफ हो, बेचैनी आए, धुंधला दिखाई दे तो सतर्क हो जाना चाहिए. डॉक्टर से संपर्क कर उनकी सलाह माननी चाहिए. साथ ही अपनी दिनचर्या में भी बदलाव शुरू कर देना चाहिए. यह लक्षण दिखने के बाद धूम्रपान या किसी अन्य प्रकार के नशे से भी तत्काल परहेज कर लेना चाहिए. नशा भी हाइपरटेंशन का एक बड़ा कारण है.
युवा वर्ग भी आ रहे चपेट में: डॉ. चौधरी कहते हैं कि दरअसल आजकल के युवाओं की गतिविधियां कम हो गई है. जो नौकरी पेशा है उनकी सीटिंग जॉब है. दफ्तर में वह ज्यादा समय तक बैठकर रहते हैं. बेलगाम खान-पान से शरीर अनियंत्रित होता जा रहा है. हाइपरटेंशन की चपेट में आने का यह एक बड़ा कारण है. अगर अभी नहीं चेते तो आगे दिल और किडनी की समस्या हो सकती है.
खानपान में सावधानी जरूरी:  डॉ. चौधरी कहते हैं कि नियंत्रित भोजन बहुत आवश्यक है. भोजन में हरी सब्जियों के इस्तेमाल के साथ मौसमी फल का भी सेवन करना चाहिए. इसके अलावा तेल- मसाले युक्त भोजन से परहेज करना चाहिए. पार्टी में भी जाने से बचना चाहिए. अगर पार्टी में गए भी तो नियंत्रित तौर पर ही भोजन करना चाहिए. अगर आप भोजन कर भी लेते हैं तो उसके अनुसार शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाना चाहिए. ताकि शरीर में जो कैलोरी आया है, वह बर्न हो सके. ऐसा करने से आप हाइपरटेंशन की जद में आने से बचे रहेंगे.
45 मिनट तक तेज गति से टहलने की कोशिश करें: डॉ. चौधरी कहते हैं कि हाइपरटेंशन से बचने के लिए लोगों को कम से कम 45 मिनट तक सुबह-सुबह टहलना चाहिए. इससे अधिक भी आप टहल सकते हैं. टहलते वक्त तेज गति से चलने की कोशिश करें. कोरोना की वजह से अगर आप घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं तो घर में ही 1 घंटे तक व्यायाम या फिर योगा करें. ऐसा करने से शरीर फिट रहेगा और आप हाइपरटेंशन की चपेट में आने से बचे रहेंगे.
युवावस्था में अपनाएं स्वस्थ जीवनशैली: डॉ. चौधरी कहते हैं कि युवावस्था में जो लोग स्वस्थ जीवन शैली अपनाते हैं और फिट रहते हैं, शारीरिक गतिविधियों में भाग लेते हैं तो उन्हें आगे चलकर हाइपरटेंशन होने की आशंका कम रहती है. ऐसे लोगों के शरीर की बनावट इस तरह की हो जाती है कि वह हाइपरटेंशन की चपेट में आने से बच जाते हैं.| इसलिए युवावस्था में स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की कोशिश करें.
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से  ढके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की  दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें
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