उद्यमी ऩए भारत के आशा की किरण- साजिया इल्मी, उपाध्यक्ष, भाजपा दिल्ली प्रदेश

-आज युवा जॉब क्रियेटर बन रहे हैं

ICCI द्वारा एजुकेशन टू इंटरनप्रेनरशिप समिट का भव्य आयोजन

नईदिल्ली-

इंटीग्रेटड चैबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा एजुकेशन टू इंटरप्रेनरशिप समिट का आयोजन इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के ऑडिटोरियम में किया गया। इस एजुकेशन समिट में देश भर के शिक्षा के तमाम दिग्गजों ने संबोधित किया। इंटिग्रेटड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (आईसीसीआई) द्वारा आयोजन इस नेशनल समिट में भाजपा दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष साजिया इल्मी ने संबोधित करते हुए कहा कि आज इसी की जरूरत है। जिस विषय को आईसीसीआई ने चुना है। आज देश में सबसे ज्यादा युवा उद्यमी है जो विश्व में एक रिकॉर्ड है। आज देश बदल चुका है। सरकार भी उद्यमी को बनाने पर जोर दे रही है। सरकार ने कई ऐसी योजनाएं बनाई है जिसका आज प्रतिफल है कि युवा को अपने उद्योग शुरू करने में सहायता मिल रही है। उन्होंने कहा कि आज युवा जॉब क्रियेटर हो रहे हैं। इस खास समिट के पहले सेशन में प्रोमोटिंग इंटरप्रेनरशिप थ्रू इंटरप्रेनर एजुकेशन एंड मोटिवेटिंग स्टुडेंट पर चर्चा की गई। इस सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में नेशनल बॉर्ड ऑफ एक्रेडेशन के चेयरमैन प्रो के के अग्रवाल ने संबोधित करते हुए कहा कि अब बदल कुछ बदल चुका है। आज युवाओं में उत्साह है। उन्हें मार्गदर्शन की जरूरत है। जिसकी जरूरत थी उसे पूरा किया गया है। आज शिक्षण संस्था में भी कई तरह के बदलाव हुए हैं अब युवाओं में क्रियेटिविटी देखा जा सकता है। उन्हें मार्गदर्शन देने की जरूरत है इस प्रकार के समिट से छात्रों को कई और फायदे होंगे।

इसके पहले अपने स्वागत भाषण देते हुए कॉन्सेट्रिक्स के सीनियर डायरेक्टर कमलेंदु वाली ने कहा कि आईसीसीआई नए उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए तत्पर है जिसमें एकेडमिशियन की सहायता करने की जरूरत है और यह संभव हो रहा है। आईसीसीआई एक स्टेज है जहां उद्यमी लगातार जुड़ रहे हैं वहीं एकेडमिया और इंडस्ट्री के गैप को पाट रहा है।

इस सत्र को संबोधित करते हुए आईटीएस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के वाइस चेयरमैन अर्पित चड्डा ने कहा कि आईटीएस ऐसे छात्रों को तैयार करने में विश्वास करता है जिससे वे जॉब सिकर नहीं जॉब क्रियेटर बने। आईसीसीआई ने इस तरह के विषय का चुनाव किया है इससे निश्चिततौर पर युवाओं को लाभ मिलेगा। इस सेशन को संबोधित करते हुए हिमालयन ग्रेवाल यूनिवर्सिटी के वाइस चासंलर प्रो. एनके सिन्हा ने कहा कि आईसीसीआई ने जिस प्रकार से एक वर्ष कार्य किया है वह अद्भूत है। आज युवाओं को बढ़ावा देने की जरूरत है। जिसके लिए हम सब प्रयासरत हैं। इस तरह के समिट से युवाओं को लाभ मिलेगा।

दूसरे सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में एआईसीटीई के एडवाइजर प्रो. हरिहरन ने संबोधित करते हुए कहा कि आज बदलाव साफ दिखने लगा है। एआईसीटीई भी लगातार संस्थानों में जाकर उनकी समस्या को समझ रहा है। और  अत्याधुनिक बनाने पर जोर दे रहा है। इससे आज कई तरह के बदलाव हुए हैं। आईसीसीआई ने जो कदम उठाए हैं इसके दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। इस मौके पर एआईसीटीई के डायरेक्टर डॉ रमेश उन्नीकृष्णन ने संबोधित करते हुए कहा कि वे देशभर के कॉलेजों में जाते हैं जहां आज युवा कई तरह के नए इनोवेशन किये हैं जिसके लिए एआईसीटीई भी तैयार है। एआईसीटीई ने कई तरह के कार्यक्रमों की शुरुआत की है जिसका फायदा विद्यार्थियों को मिलने लगा है। इस मौके पर सीबीसीई के डायरेक्टर (स्किल डेवलपमेंट) ले. कर्नल कैलाश बंसल ने कहा कि आज युवाओं में स्किल बढ़ाने की जरूरत है जिसके लिए सरकार कई तरह की योजनाओं को लागू किया है। यहीं कारण है कि आज स्टार्ट अप की बाढ़ आई है और हम विश्व में नंबर वन पर हैं। इस मौके पर एनडीआईएम के चेयरमैन वीएम बंसल ने कहा कि आज युवाओं ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। एनडीआईएम ने लगातार अभी तक दो हैक्थोन का आयोजन किया है और तीसरा का आयोजन करने जा रही है जिसमें सैकड़ों छात्र भाग ले रहे हैं। एनडीआईएम इन युवाओं को रोजगार की व्यवस्था भी कर रही है। आईसीसीआई ने जिस प्रकार से यह आयोजन किया है इसके लिए इन्हें बधाई। आईसीसीआई जैसी संस्था को युवा उद्यमी के लिए आगे आना होगा और तेजी से देश के लिए कार्य करना होगा। इस समिट को धन्यवाद ज्ञापन करते हुए आईटीएस के डायरेक्टर अजय कुमार ने कहा कि हमने पिछले वर्ष एजुकेशन कॉन्कलेव का आयोजन किया था जिसमें छात्रों को काफी फायदा हुआ। आज इस समिट में छात्र भी है तय है कि इसका दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। गौरतलब है कि आईसीसीआई देश के बड़े आर्थिक थिंक टैंक है जो सभी सेक्टरों के उद्यमियों को एक मंच देता है।

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