कोरोना और वैक्सीनेशन के लिए घर- घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही हैं आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका

– क्षेत्र में फ्रंटलाइन वर्कर के साथ लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का कर रही हैं काम
– जिले के सभी प्रखंडों की आशा कार्यकर्ता लोगों को मास्क कि अनिवार्यता, शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए कर रही प्रेरित

मुंगेर-

जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच कोरोना के संक्रमण से बचने और अनिवार्य रूप से कोरोना का टीका लेने के लिए क्षेत्र में काम करने वाली आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका लगातार लोगों को जागरूक कर रही हैं । मुंगेर के लगभग सभी प्रखंडों में आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका प्रतिदिन घर- घर जाकर लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए गर्म पानी, काढ़ा पीने के साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जागरूक कर रही हैं | साथ हीं पोषक तत्वों से युक्त भोजन लेने के साथ ही घर में भी एक – दूसरे से शारीरिक दूरी रखने, एक निश्चित अंतराल के बाद हाथों की साफ- सफाई के लिए साबून या हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित कर रही हैं । इसके साथ ही सभी लोगों से अनावश्यक घर से बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दे रही हैं | बहुत आवश्यक काम से बाहर निकलने की स्थिति में सभी लोगों को अनिवार्य रूप से मास्क का इस्तेमाल करने और शारीरिक दूरी के नियम के तहत एक दूसरे से कम से कम दो गज या छह फीट की दूरी रखने को कह रही हैं |

कोरोना वैक्सीनेशन के लिए भी लोगों को जागरूक कर रही हैं आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका :
जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए सभी प्रखंडों में आशा एवं आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका घर – घर जाकर 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को अनिवार्य रूप से कोरोना का टीका लगवाने के लिए प्रेरित कर रही हैं । वो लोगों को बता रही हैं कि विश्वव्यापी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का एक मात्र उपाय यही है कि सभी लोग अनिवार्य रूप से कोरोना की वैक्सीन लगवा लें तभी जल्द से जल्द कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में सफलता मिल पाएगी। वो लोगों को यह भी बता रही हैं कोरोना का टीका शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है। इससे कोरोना संक्रमण के फैलने की संभावना काम होगी |
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए भी जागरूक कर रही हैं-
जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम समन्वयक विकास कुमार ने बताया, पिछले वर्ष के कोरोना काल में भी फ्रंट लाइन वर्कर के तौर पर आशा कार्यकता, आशा फैसिलिटेटर, आईसीडीएस की आंगनबाड़ी सेविका- सहायिका ने कोरोना संक्रमण के बीच अपनी जान की परवाह न करते हुए कोरोना मरीजों की ट्रेसिंग और टेस्टिंग में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। इस बार भी जब जिले में कोरोना संक्रमण का दूसरा दौर शुरू हो गया तो ये लोग घर- घर जाकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क का इस्तेमाल, शारीरिक दूरी के नियम का पालन और सैनिटाइज़ेशन के लिए प्रेरित करने के साथ ही कोरोना वैक्सीनेशन के लिए भी जागरूक कर रही हैं । उन्होंने बताया जिले के सभी पीएचसी- सीएचसी में कार्यरत प्रखण्ड सामुदायिक उत्प्रेरक अपने क्षेत्र में काम करने वाली आशा कार्यकर्ता और आशा फैसिलिटेटर के कार्यों की मॉनिटरिंग कर रही हैं । इसके साथ आईसीडीएस की महिला पर्यवेक्षिका भी अपने क्षेत्र में काम करने वाली आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के कार्यों की मॉनिटरिंग कर रही हैं ।

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