टीकाकरण अधिक होने से खरीक प्रखंड हुआ कोरोना मुक्त

अबतक 18 हजार से अधिक लोगों को पड़ चुके हैं कोरोना के टीके
दूसरी लहर में प्रखंड से 75 संक्रमित मिले, जो अब हो चुके हैं स्वस्थ

भागलपुर, 10 जून-

कोरोना की दूसरी लहर ने जिले में भारी तबाही मचाई। बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए और मौतें भी काफी हुईं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जागरूकता अभियान और आमलोगों की मेहनत की वजह से खरीक प्रखंड इससे बहुत हद तक बचा रह गया। दरअसल, दूसरी लहर में जिले में अबतक 16 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन खरीक प्रखंड में अब तक सिर्फ 75 लोग दूसरी लहर में संक्रमित हुए। ये लोग अब ठीक भी हो चुके हैं। इसके पीछे बड़ी संख्या में लोगों का टीकाकरण होना माना जा रहा है। प्रखंड क्षेत्र में अबतक 18 हजार लोगों का टीकाकरण हो चुका है।
पीएचसी प्रभारी डॉ. नीरज कुमार सिंह कहते हैं कि दूसरी लहर जब शुरू हुई तभी से हमलोग सचेत हो गए थे। क्षेत्र के लोगों के बीच लगातार जागरूकता अभियान चला रहे थे। उन्हें कोरोना से बचने के उपाय बताए जा रहे थे। साथ ही टीकाकरण की प्रक्रिया भी काफी तेज कर दी गई थी। इसका असर यह हुआ कि हमारे प्रखंड क्षेत्र से काफी कम संख्या में लोग संक्रमित हुए और जो हुए भी उनकी देखभाल होम आइसोलेशन में लगातार होती रही। इसका परिणाम यह रहा कि वह जल्द ही स्वस्थ हो गए। अभी खरीक प्रखंड कोरोना मुक्त हो चुका है।
स्थानीय लोगों का भी मिला सहयोगः पीएचसी प्रभारी कहते हैं कि खरीक प्रखंड क्षेत्र के लोग भी समझदार हैं। पहली लहर से ही ये लोग समझदारी से काम ले रहे हैं। प्रखंड क्षेत्र के मीरजाफरी, ध्रुवगंज, तुलसीपुर, तेलघी इत्यादि गांवों में लोग लगातार अपने स्तर से जागरूकता अभियान चला रहे हैं। पहली लहर में भी ये लोग सक्रिय थे। अभी भी कुछ गांव ऐसे हैं जहां से न तो पहली लहर में कोई संक्रमित हुआ और न ही दूसरी लहर में। मास्क पहनने के प्रति लोग जागरूक हैं। सामाजिक दूरी का पालन स्थानीय स्तर पर किया जाता है। जनप्रतिनिधियों द्वारा सैनिटाइजेशन का काम भी होता रहता है। इन सब का बहुत ही सकारात्मक असर पड़ा है।
300 जांच हो रही प्रतिदिनः पीएचसी प्रभारी ने बताया कि जिस तरह से कोरोना से बचने के लिए गाइडलाइन का पालन जरूरी है, उसी तरह कोरोना की जांच लगातार होना भी जरूरी है। जितनी अधिक जांच होगी, संक्रमितों की पहचान उतनी तेजी से होगी और ऐसा करने से लोगों में प्रसार नहीं होगा। कोरोना की चेन जल्द टूटेगी। यही वजह है कि क्षेत्र में प्रतिदिन लगभग तीन सौ लोगों की जांच अभी हो रही है। अब तो एंटीजन के साथ-साथ बड़ी संख्या में आरटीपीसीआर जांच भी हो रही है। क्षेत्र में जगह-जगह शिविर लगाकर लोगों की कोरोना जांच की जा रही है। हल्का सा लक्षण दिखाई पड़ने पर भी लोगों को कोरोना जांच की सलाह दी जाती है। पुष्टि हो जाने पर तत्काल दवा देकर मरीज को हम आइसोलेशन में भेजा जाता है। संक्रमित व्यक्ति की लगातार निगरानी भी की जाती है।

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