जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के तहत चल रहा दंपति संपर्क अभियान
जिले में 11 से 31 जुलाई तक चलेगा जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा
भागलपुर-
जिले में 11 जुलाई से जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा शुरू हो रहा है। उससे पहले 27 जून से लेकर 10 जुलाई तक दंपति संपर्क पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। इसी सिलसिले में सोमवार को सन्हौला स्थित सामुदायिक केंद्र में आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया गया। इस दौरान दंपति संपर्क पखवाड़ा में आशा कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में योग्य दंपति के सर्वे का काम करने के बारे में बताया गया। सर्वे करने के लिए सभी आशा कार्य़कर्ताओं को सीएनए फॉरमेट उपलब्ध करवाया गया, जिसमें सर्वे करने के दौरान आशा कार्यकर्ता लोगों के विवरण को भरेंगी। आशा कार्यकर्ताओं को सर्वे कर 10 जुलाई तक सीएनए फॉरमेट जमा करने के लिए कहा गया है। मौके पर केयर इंडिया के एफपीसी आलोक कुमार, आनंद कुमार, राशिद और वरुण कुमार मौजूद थे।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. मृत्युंजय कुमार ने कहा कि जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा से पहले दंपति संपर्क पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। दंपति संपर्क पखवाड़ा के तहत जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा की तैयारी की जाती है। इसी सिलसिले में सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया गया। उन्हें मुख्य तौर पर सर्वे के बारे में बताया गया। सर्वे के दौरान उन्हें क्षेत्र के 15 से 49 साल तक की योग्य दंपति को ढूंढना है। साथ ही परिवार नियोजन के लिए योग्य दंपति का प्री रजिस्ट्रेशन करवाना है। इसके अलावा जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के दौरान मेला, अंतरा कैंप, योग्य दंपतियों की काउंसिलिंग इत्यादि के बारे में चर्चा की गई।
योग्य दंपति को ढूंढने पर मिलेंगे तीन सौ रुपयेः
डॉ. कुमार ने बताया कि योग्य दंपति को ढूंढने पर आशा कार्यकर्ताओं को तीन सौ रुपये दिए जाएंगे। साथ ही योग्य दंपति को ढूंढने के बाद परिवार नियोजन के लिए उसका प्री रजिस्ट्रेशन कराने के लिए भी उन्हें 100 रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं को उन्मुखीकरण के दौरान गर्भनिरोधक सामग्री भी दी गई, जिसमें कंडोम, अंतरा माला इत्यादि थे। इसे आशा कार्य़कर्ता सर्वे के दौरान क्षेत्र में जरूरतमंदों के बीच वितरित करेंगी।
परिवार नियोजन के बारे में किया जाएगा जागरूकः
केयर इंडिया के जिला समन्वयक आलोक कुमार ने बताया कि परिवार नियोजन पखवाड़ा के दौरान जगह-जगह अंतरा कैंप लगाया जाएगा। इसके अलावा परिवार नियोजन के अन्य उपाय जैसे कि कंडोम का इस्तेमाल या फिर अन्य सुरक्षित तरीके के बारे में बताया जाएगा। लोगों के मन से डर को दूर किया जाएगा। इसे दूर करने का काम किया जाता है। परिवार नियोजन कार्यक्रम के दौरान सबसे महत्वपूर्ण दो बच्चों के बीच तीन साल का अंतराल रखने के लिए भी जागरूक किया जाता है। इससे बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता अधिक रहती है और वह भविष्य में होने वाली किसी भी तरह की बीमारी से लड़ने में सक्षम होता है। साथ ही बुधवार और शुक्रवार को आंगनबाड़ी केंद्रों में चलने वाले टीकाकरण के दौरान भी लोगों को इन चीजों की जानकारी दी जाएगी। एएनएम इस दौरान क्षेत्र के लोगों की काउंसिलिंग भी करेंगी। छोटा परिवार, सुखी परिवार के नुस्खे लोगों को बताएंगी।