आज से हृदय रोगियों को मिलेगा निःशुल्क परामर्श

-जिले के सभी अस्पतालों में पांच अक्टूबर तक चलेगा शिविर
-राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने लिखा पत्र
बांका, 28 सितंबर।
बुधवार से पांच अक्टूबर तक सभी हृदय रोगियों को सरकारी अस्पतालों में मुफ्त परामर्श दिया जाएगा। दरअसल, बुधवार को विश्व हृदय दिवस है और पांच अक्टूबर तक विश्व हृदय सप्ताह मनाया जाएगा। इसी कड़ी में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में शिविर लगाया जाएगा। इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सभी जिलों के सिविल सर्जन को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में सदर अस्पताल के साथ पीएचसी, सीएचसी, एपीएचसी, एचएससी, अनुमंडल व रेफरल अस्पतालों में हृदय रोग के मरीजों के लिए परामर्श सप्ताह मनाने के दौरान शिविर लगाने के लिए कहा है। इसके तहत चिकित्सक लोगों की जांच के साथ-साथ हृदय रोग के कारण, लक्षण और इससे बचाव की जानकारी देंगे।
सदर अस्पताल के मैनेजर अमरेश कुमार ने बताया कि हृदय दिवस के मौके पर सदर अस्पताल के डॉक्टर मरीजों को निःशुल्क परामर्श देंगे। यहां आने वाले मरीजों को स्वस्थ रहने के तरीके बताएंगे। साथ ही इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए, इसकी जानकारी देंगे। मधुमेह औऱ उच्च रक्तचाप हृदय रोग होने का बड़ा कारण बनता है, इसलिए इन दोनों बीमारी के मरीज को भी निःशुल्क परामर्श दिया जाएगा। दूसरी ओर आशा कार्यकर्ता घर- घर जाकर हृदय रोग से पीड़ित मरीजों को सरकारी अस्पतालों में हो रही निःशुल्क स्वास्थ्य जांच की जानकारी देते हुए उन्हें जांच कराने के लिए प्रेरित भी करेंगी। एक सप्ताह तक हृदय रोगियों को घरों से निकालकर अस्पताल तक लाने का काम करेंगी।
बाहरी खाना से करें परहेजः शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने कहा कि अभी के समय में लाइफस्टाइल की वजह से भी काफी संख्या में लोग हृदय रोग की चपेट में आ रहे हैं। फास्ट फूट का सेवन और कम नींद लेने की वजह से कम उम्र के लोग भी इसकी जद में आ रहे हैं। पहले हृदय रोग के मरीज अधिक उम्र के ही लोग होते थे, लेकिन अब किसी भी उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। इसलिए लोगों को खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। घर का खाना खाने पर जोर देना चाहिए और बाहरी खाना से परहेज करना चाहिए।
प्रतिदिन 45 मिनट तक टहलेः हृदय रोगियों को ही नहीं, बल्कि सामान्य व्यक्ति को भी प्रतिदन कम-से-कम 45 मिनट तक तेज कदमों से रोज टहलना चाहिए। इससे जो हृदय रोगी हैं वे तो स्वस्थ रहेंगे ही। साथ ही स्वस्थ लोग भी हृदय रोग की चपेट में आने से बचेंगे। साथ ही आठ घंटे तक सोने की कोशिश करें। नींद की कमी न सिर्फ हृदय, बल्कि दूसरी बीमारियों का भी कारण बनता है। शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाने पर जोर दें। शरीर शिथिल रखने से बीमारी का खतरा बढ़ता है।

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