गरीबों को मिल रही मुफ्त डायलिसिस की सुविधाः मंगल पांडेय

राज्य में एक हजार से अधिक मरीज उठा रहें हैं लाभ
पीपीपी मोड पर 175 डायलिसिस मशीन संचालित

पटना-

स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार गरीब मरीजों को निःशुल्क बेहतर इलाज उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है। इसके लिये कई योजनाएं संचालित की जा रही है। किडनी रोग से पीड़ित गरीब मरीजों को मुफ्त में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। 38 में से 35 जिलों में मेडिकल कॉलेज अस्पताल या सदर अस्पताल में मुफ्त डायलिसिस की सुविधा की व्यवस्था है। अभी तक 1077 मरीज मुफ्त डायलिसिस का लाभ उठा रहे हैं।
श्री पांडेय ने कहा कि किडनी रोग का इलाज काफी महंगा होता है। आर्थिक रूप से कमजोर किडनी रोग के मरीजों के लिए डायलिसिस करा पाना संभव नहीं हो पाता है। किडनी रोग के इलाज के लिये दिसम्बर 2020 को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में तहत गरीब मरीजों को मुफ्त में डायलिसिस की सुविधा दी जाती है। राशन कार्डधारी मरीजों को डायलिसिस कराने के एवज में कोई शुल्क नहीं देना पड़ता है। श्री पांडेय ने कहा कि पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड में 35 जिलों के सदर या मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पांच-पांच डायलिसिस मशीनें क्रियाशील हैं।
श्री पांडेय ने कहा कि कुल 175 डायलिसिस मशीन के माध्यम गरीब मरीजों को डायलिसिस किया जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर मशीनों की संख्या और बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि शेष बचे तीन जिले जहानाबाद, कटिहार और सहरसा में भी मशीन लगाने की प्रक्रिया चल रही है। डाययलिसिस मशीन रखने के लिये सहरसा और कटिहार के जिला अस्पताल में नया भवन और जहानाबाद में भवन के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया चल रही है।

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