नियमित टीकाकरण : गर्भवती और शिशु का कोविड वैक्सीनेशन के साथ जारी है नियमित टीकाकरण

  • तमाम चुनौतियों के बाबजूद जिले में नियमित तौर पर जारी है नियमित टीकाकरण
  • ऑगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन, गर्भवती महिलाओं व बच्चों को लगाया गया टीका

लखीसराय, 26 नवंबर।
जिले में कोविड वैक्सीनेशन के साथ-साथ नियमित तौर पर लगातार नियमित टीकाकरण अभियान भी जारी है। ताकि गर्भवती एवं शिशु का ससमय टीकाकरण हो सके और बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल सके। हालाँकि, जिले में लगातार चल रहे कोविड वैक्सीनेशन के कारण स्वास्थ्य विभाग को कर्मियों की कमी समेत अन्य परेशानियाँ का सामना जरूर करना पड़ रहा है। किन्तु, तमाम चुनौतियों को दरकिनार कर स्थानीय स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के प्रति अग्रसर है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए जिले के विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों पर लगातार कोविड वैक्सीनेशन के साथ-साथ नियमित टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसके माध्यम से जहाँ संबंधित क्षेत्र की एएनएम द्वारा सेविका एवं सहायिका व आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से गर्भवती एवं शिशु का नियमित टीकाकरण किया जा रहा है। वहीं, कोविड वैक्सीन से वंचित लोगों का वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है। इस दौरान नियमित टीकाकरण के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं को जरूरी सलाह दी जा रही है और गर्भावस्था के दौरान खान-पान, रहन-सहन समेत सुरक्षित और सामान्य प्रसव को लेकर अन्य आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं, इस दौरान कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन एवं सुरक्षा के मद्देनजर हर मानकों का ख्याल रखा जाता है।

  • जिले में जारी है नियमित टीकाकरण :
    जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया, जिले में कोविड वैक्सीनेशन के साथ-साथ नियमित टीकाकरण अभियान भी लगातार जारी है। जो जाने-अनजाने में नियमित टीकाकरण नहीं करवा पाई है, वह पूर्व की तरह निर्धारित दिन पर अपने नजदीकी ऑगनबाड़ी केंद्र में आकर टीकाकरण करवा सकती हैं। ताकि ससमय आपका नियमित टीकाकरण सुनिश्चित हो सके और किसी प्रकार की अनावश्यक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। प्रत्येक सप्ताह बुधवार और शुक्रवार को ऑगनबाड़ी केंद्रों पर नियमित टीकाकरण किया जाता है। वहीं, उन्होंने बताया, इस दौरान कोविड वैक्सीनेशन के प्रति भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
  • परिवार नियोजन को लेकर महिलाओं को किया जा रहा है जागरूक :
    नियमित टीकाकरण के दौरान मौजूद महिलाओं को परिवार नियोजन अभियान को लेकर भी जागरूक किया जाता है। जिसमें उन्हें परिवार नियोजन अपनाने से होने वाले फायदे की विस्तार से जानकारी जाती एवं बच्चों के जन्म में कम से कम से दो साल का अंतराल रखने के लिए प्रेरित किया जाता है। ताकि परिवार नियोजन पखवाड़ा को सफल बनाने के लिए महिलाएं आगे आ सकें। इसके अलावा गर्भवती की एएनसी जाँच की जाती है। जिसमें बीपी, वजन, सुगर समेत अन्य स्वास्थ्य जाँच की जाती है। साथ ही गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता देने के लिए जागरूक किया जाता है। साथ ही सरकारी अस्पतालों में सुरक्षित प्रसव के उपलब्ध समुचित व्यवस्था की भी जानकारी दी जाती है।
  • सुरक्षित प्रसव के लिए प्रसव पूर्व जाँच जरूरी :
    टीकाकरण के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा केंद्र पर मौजूद गर्भवती महिलाओं को यह भी बताया जाता है कि सुरक्षित प्रसव के लिए प्रसव पूर्व जाँच कराना जरूरी है। सरकार द्वारा जाँच के लिए पीएचसी स्तर पर मुफ्त व्यवस्था की गई। ताकि हर गर्भवती महिला आसानी से जाँच करा सकें। हर माह 09 तारीख को पीएचसी में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना के तहत गर्भवती की जाँच की जाती है और चिकित्सकों द्वारा आवश्यक चिकित्सा परामर्श दिया जाता है।
  • इन मानकों का करें पालन और कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :
  • मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
  • बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।
  • लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।
  • भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
  • नियमित तौर पर लगातार साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से अच्छी तरह हाथ धोएं।
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