प्रसव पीड़िता की स्वास्थ्य रिपोर्ट उपलब्ध कराने पर आशा कार्यकर्ता को मिलेगी 500 रुपये प्रोत्साहन राशि 

  – जिले के सभी स्वास्थ्य स्थानों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की एएनसी जाँच आज – राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को दिए आवश्यक निर्देश  

लखीसराय, 08 फरवरी-

 बुधवार को जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी, रेफरल एवं अनुमंडलीय व जिला अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर आयोजित कर प्रसव पूर्व (एएनसी) जाँच की जाएगी। जहाँ कोविड गाइडलाइन के साथ गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच और  आवश्यक चिकित्सा परामर्श भी दी जाएगी। जिसमें रहन-सहन, साफ-सफाई, खान-पान, गर्भावस्था के दौरान बरती जाने वाली सावधानियाँ समेत अन्य आवश्यक चिकित्सा परामर्श विस्तार पूर्वक दिया जाएगा। ताकि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा मिल सके और मातृ-शिशु मृत्यु दर पर विराम सुनिश्चित हो सके। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर राज्य के सभी सिविल सर्जन समेत अन्य चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए हैं।  – आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगी 500 रुपये प्रोत्साहन राशि : सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, गर्भवती महिलाओं की शुरुआती दौर से ही संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता को स्वास्थ्य अवलोकन करना है। प्रसव के 45 वें दिन गृह भ्रमण कर आशा कार्यकर्ता को स्वास्थ्य अवलोकन कर एएनएम के माध्यम से स्थानीय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को रिपोर्ट उपलब्ध कराना है। ऐसे आशा कार्यकर्ता को 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का निर्देश का प्राप्त हुआ। इसे सुनिश्चित करने को लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। साथ ही बुधवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर आयोजित कर गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व जाँच कराना सुनिश्चित करने को कहा गया है।  – गर्भवती महिलाओं की होगी समुचित जाँच : आयोजित शिविर में सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं की समुचित स्वास्थ्य जाँच की जाएगी। जिसमें मेडिकल टीम द्वारा गर्भवती महिलाओं की ब्लड, यूरिन, एचआईवी, ब्लड ग्रुप, बीपी, हार्ट-बिट आदि की भी जाँच की जाएगी। साथ ही प्रसव अवधि के दौरान किसी प्रकार की शारीरिक परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सकों से जाँच कराने के लिए जागरूक किया जाएगा। – सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए प्रसव पूर्व जाँच जरूरी : प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत जाँच करानी चाहिए। दरअसल, समय पर जाँच कराने से किसी भी प्रकार की परेशानी का शुरुआती दौर में ही पता चल जाता है और पता लगने पर ही उसे आसानी से दूर किया जा सकता है। इसके लिए सरकार द्वारा प्रत्येक माह की नौ तारीख को पीएचसी स्तर पर मुफ्त एएनसी जाँच की व्यवस्था की गई है। ताकि प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी प्रकार की अनावश्यक शारीरिक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा मिल सके । साथ ही सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जाँच कराना जरूरी है।  – इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :- – मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें। – साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।- यात्रा के दौरान निश्चित रूप से सैनिटाइजर पास में रखें।- भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।- बाहरी खाना खाने से परहेज करें।- मुँह, नाक और ऑख को अनावश्यक छूने से बचें और छूने के पूर्व अच्छी तरह हाथों की सफाई करें।

SHARE