जिसे हिजाब ना पहनने पर मिली थी धमकी, आज विमान उड़ाती है वही लड़की

कर्नाटक में बहुत से दक्यानुसी कटटरपंथी धर्म के ठेकेदार हिजाब को धर्म की आड़ में जरूरी पहनावा बताकर दंगा करने पर आमादा हैं और अपनी धर्म व रजनीति की दुकान चला रहे हैं, उन्हें मुस्लिम लड़कियों की तरक्की व खुशहाली से कोई लेना देना नहीं है।

जो लड़कियां इस घटिया कटटरपंथी सोच से ऊपर उठकर चली और बुर्के जैसी घटिया परम्परा से बाहर निकली उन्होंने कामयाबी हासिल की है जिसके अनेकों उधारण देखने को मिलते हैं।

ऐसी ही एक कश्मीरी लड़की का उधारण हमारे सामने है, जिसे कभी हिजाब नहीं पहनने पर धमकियां मिलती थी, लेकिन इस लड़की ने कटटरपंथियों का डटकर मुकाबला किया और कभी बुर्के में कैद नहीं हुई। आज ये लड़की देश की यंगेस्ट महिला पायलट बनी हैं।

26 वर्षीय आयशा अजीज, जो भारत की सबसे युवा महिला पायलट टाइटल अपने नाम कर चुकी हैं। लेकिन उनका पायलट बनने का सपना इतनी आसानी से पूरा नहीं हुआ।

कश्मीरी होने के कारण उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। यहां तक कि कट्टरपंथियों ने बिना हिजाब उनके प्लेन उड़ाने का विरोध भी किया था और उन्हें और उनके घरवालों को धमकियां तक दी थी, लेकिन आयशा ने अपने पेरेंट्स के सपोर्ट से हर अड़चन को दूर किया।

15 साल की उम्र में साल 2011 में आयशा ने प्लेन उड़ाने का लाइसेंस पाकर रिकॉर्ड बनाया था। 2012 में वह रुस के सोकोल एयरबेस गई और वहां मिग-29 जेट उड़ाने की ट्रेनिंग ली। इसके बाद उन्होंने बॉम्बे फ़्लाइंग क्लब से एविएशन में ग्रेजुएशन किया और 2017 में कमर्शियल पायलट का लाइसेंस हासिल किया।

आयशा आज जिस मुकाम पर है, उसका क्रेडिट अपने पेरेंट्स को देती है। एक समय जब कट्टरपंथियों ने उनके हिजाब के बिना प्लेन उड़ाने का विरोध किया था, तो उनका परिवार ढाल बनकर उनके आगे खड़ा हुआ था।

आयशा ने नासा में भी ट्रेनिंग ली है। उनकी प्रेरणा सुनीता विलियम्स हैं, जिनसे उन्होंने नासा हेडक्वार्टर में मुलाकात की थी। आयशा आज सिर्फ कश्मीरी महिलाओं के लिए नहीं बल्कि पूरी देश के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।

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