उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक महत्वपूर्ण प्रयोग किया जा रहा है जिसमे गाय के गोबर से अब पेंट और डिस्टेंपर बनाया जाएगा। गाय के गोबर से बने पेंट से पक्की दीवारों को चमकाया जाएगा इसका निर्माण खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग कराएगा।
बताया जा रहा है कि 15 जून से उत्पादन शुरू करने का लक्ष्य है। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने अब तक 115 गोशालाओं से संपर्क साधा गया है। स्थानीय गोपालकों से भी गोबर की खरीदने की तैयारी है।
खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के निदेशक डीएस भाटी के मुताबिक, गोपालकों को प्रति किलो गोबर के एवज में 5 रुपए दिए जाएगें। इस प्लांट की वजह से क्षेत्र में रोजगार पैदा होगा। इसके अलावा लोग स्वरोजगार की ओर भी कदम बढ़ाएंगे। गाय के गोबर से बना पेंट पर्यावरण के बिल्कुल अनुकूल, एंटी बैक्ट्रीरियल, एंटी फंगल, सामान्य पेंट के मुकाबले यह सस्ता और गंधरहित रहेगा।
अनुमान के अनुसार गाय के 100 किलो गोबर से 20 लीटर पेंट बनेगा।
गाय के गोबर को बारीक किया जाएगा फिर उसमें से 40 प्रतिशत तरल पदार्थ निकाल दिए जाएंगे, इसमें टाईटेनियम डाई-ऑक्साइड, कैल्शियम कार्बोनेट, थिनर और प्राकृतिक रंग मिलाकर पेंट बनाया जाएगा। यह पेंट खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के शोरूम में बिकेगा।