– लखीसराय के पीथला गाँव में सिविल सर्जन और डीआईओ ने की अभियान की शुरूआत – 08 मई तक नियमित रूप से चलेगा अभियान…टीका से छूटे लाभार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा नियमित टीकाकरण लखीसराय, 02 मई।जिले में सोमवार को साप्ताहिक इंद्रधनुष अभियान के तीसरे राउंड का शुभारंभ हो गया। जिसका समापन 08 मई को होगा। इस दौरान पूरे सप्ताह भर नियमित रूप से चयनित और चिह्नित सेशन साइटों पर टीकाकरण का आयोजन कर टीका से छूटे गर्भवती और बच्चों को टीकाकृत किया जाएगा। इस अभियान की शुरुआत सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी एवं एसीएमओ सह डीआईओ डॉ अशोक कुमार भारती ने की। उन्होंने जिले के लखीसराय सदर पीएचसी अंतर्गत पथला गाँव में स्थित सेशन साइट पर आयोजित शिविर का उदघाटन किया। इसके बाद जिले के सभी प्रखंडों में अभियान की शुरुआत हुई और टीका से छूटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं का प्राथमिकता के आधार पर नियमित टीकाकरण (आर आई) किया गया। इस मौके पर डीपीएम (हेल्थ) मो. खालिद हुसैन, यूनिसेफ के एसएमसी मनोज कुमार, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ वश्वराज आदि मौजूद थे। – गंभीर बीमारी से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी, इसलिए जरूर लें टीका : सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को गंभीर बीमारी से बचाव के लिए नियमित टीकाकरण जरूरी है। इससे ना केवल गंभीर बीमारी से बचाव होगा, बल्कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा भी मिलेगा। बच्चों का शारीरिक विकास भी बेहतर तरीके से होगा। इसलिए, मैं जिले के तमाम ऐसे लाभार्थियों से अपील करता हूँ कि जो नियमित टीकाकरण नहीं करा पाएं हैं। वह अपने नजदीकी शिविर स्थलों पर जाकर निश्चित रूप से टीकाकरण कराएं। वहीं, उन्होंने बताया, अभियान के दौरान टीका से छूटे गर्भवती और बच्चों को जागरूक कर प्राथमिकता के आधार पर टीकाकृत किया जाएगा। अभियान का सफल क्रियान्वयन के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। ताकि छूटे सभी लाभार्थी टीकाकृत हो सके और अभियान का सफल संचालन सुनिश्चित हो सके। – 300 सेशन साइटों पर 2380 बच्चों और 468 गर्भवती को किया जाएगा टीकाकृत : डीआईओ सह एसीएमओ डाॅ अशोक कुमार भारती ने बताया, 2380 बच्चों और 468 गर्भवती को टीकाकृत करने का निर्धारित लक्ष्य है। 300 सेशन साइट पर मिशन इंद्रधनुष अभियान के तहत साप्ताहिक नियमित टीकाकरण का शुभारंभ हुआ है। जिसके माध्यम पूरे सप्ताह सभी सेशन साइट पर टीकाकरण शिविर का आयोजन कर टीका से छूटे सभी लाभार्थियों को टीकाकृत किया जाएगा। इस दौरान शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी के अलावा जेएई (जापानी बुखार) के टीके लगाए जाते हैं। इसके अलावा अभियान में गर्भवती को टेटनेस-डिप्थीरिया (टीडी) का टीका भी लगाया जाता है। कहा कि नियमित टीकाकरण बच्चों और गर्भवती महिलाओं को कई गंभीर बीमारी से बचाव करता है। साथ ही प्रसव के दौरान जटिलताओं से सामना करने की भी संभावना नहीं के बराबर रहती है।