तेहरान:
ईरान में महिलाओं का ‘हिजाब मुक्ति’ आंदोलन तेज होता जा रहा है। मुस्लिम बहुल देश ईरान में महिलाएं हिजाब हटाने की मांग कर रही हैं। इसी मांग को लेकर महिलाएं सड़कों पर उतर रही हैं और हिजाब उतारने का वीडियो भी बना रही हैं। नतीजतन, यह मुद्दा पूरे देश में और मुस्लिम देशों में चर्चा का विषय बन गया है।
हिजाब को ईरान के राष्ट्रपति और सरकार द्वारा अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे महिलाओं को सरकार और राष्ट्रपति के विरोध में सड़क पर उतरने और वीडियो बनाने के लिए प्रेरित किया गया है।
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी भी मौलाना हैं। साथ ही, उन्हें ईरान के अधिकांश रूढ़िवादियों का समर्थन प्राप्त है। हालांकि देश के युवा इस रूढ़िवादिता से बाहर निकल कर खुलकर इसका विरोध कर रहे हैं
ईरान में युवाओं का दावा है कि ईरान में हिजाब पर कानून भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है। जैसे ही महिलाओं और युवाओं द्वारा हिजाब का विरोध किया जा रहा है, सरकार ने विरोध पर नकेल कसना शुरू कर दिया है और कई लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है।
ईरान में मौजूदा नियमों के तहत महिलाओं को अपना सिर ढंकना अनिवार्य है। महिलाएं अपने बालों को ढके बिना सार्वजनिक रूप से बाहर नहीं जा सकती हैं। हालांकि, मशद और क़ोम प्रांतों में नियमों का कड़ाई से पालन किया जाता है, जबकि राजधानी तेहरान में महिलाओं को स्वतंत्र रूप से घूमते देखा जाता है।
पिछले साल ही हिजाब नियमों को कड़ा किया गया था, जिससे महिलाओं को कुछ सरकारी लाभों से वंचित किया गया था। जिसके मद्देनजर महिलाएं इन नियमों का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर रही हैं।