क्रिप्टो के इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोप में दो भारतीय मूल के भाई अमेरिका में गिरफ्तार

भारतीय मूल के दो भाइयों को अमेरिका में क्रिप्टोकरंसी के इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। क्रिप्टो में इनसाइडर ट्रेडिंग का यह पहला मामला है। इस घोटाले में भारतीय मूल के तीन आरोपी शामिल हैं। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि इन दोनों भाइयों का एक भारतीय मूल का दोस्त भी शामिल है, लेकिन उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है क्योंकि उसके भारत में होने की संभावना है।

अमेरिका में क्रिप्टो करेंसी की इनसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला सामने आया है। इसमें भारतीय मूल के तीन नागरिकों को आरोपित किया गया है। जांच एजेंसी ने भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक ईशान वाही और निखिल वाही को सिएटल से गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाएगा।

संभावना जताई जा रही है कि तीसरा आरोपी समीर भारत में है। समीर और ईशान दोनों कॉलेज के दिनों से ही खास दोस्त हैं। दोनों ने ऑस्टिन यूनिवर्सिटी में साथ में पढ़ाई की। अमेरिका में रहने वाले इन तीनों आरोपियों ने क्रिप्टो के सीक्रेट कोड से छेड़छाड़ कर इनसाइडर ट्रेडिंग को अंजाम दिया।

दोनों आरोपियों को न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया गया। यूएस अटॉर्नी जनरल ने कहा कि तीनों आरोपियों ने क्रिप्टो सीक्रेट कोड का इस्तेमाल कर वायरिंग में हेराफेरी कर करीब 1.5 लाख डॉलर यानी करीब 12 करोड़ रुपये कमाए थे।

इससे 25 विभिन्न क्रिप्टो संपत्तियों को नुकसान होने की संभावना है। अमेरिकी कानून के अनुसार, चूंकि धोखाधड़ी के एक से अधिक मामले हैं, इसलिए तीनों को 20 साल जेल की सजा होने की संभावना है।

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