रजौन के दिलीप पासवान ने आयुष्मान योजना का लाभ उठाकर कराया पुत्री का इलाज

 -दिल में छेद हो गया था, आठ लाख रुपये इलाज पर आता खर्च-मजदूरी कर परिवार चलाने वाले दिलीप के लिए नामुमकिन था-आयुष्मान योजना की वजह से आज उनकी पुत्री हो गई स्वस्थ 

बांका

जिले के रजौन प्रखंड के भोजन चक गांव के रहने वाले दिलीप पासवान की बेटी राखी कुमारी को जब दिल में छेद होने की बात पता चली तो पूरा परिवार सदमे में आ गया। कई जगह डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन सभी जगह से एक ही जवाब आया कि ऑपरेशन करवाना पड़ेगा। ऑपरेशन में तकरीबन आठ लाख रुपये खर्च आता। दिलीप पासवान मजदूरी कर किसी तरह परिवार चलाता है। ऐसे में आठ लाख रुपये का बंदोबस्त करना बिल्कुल ही नामुमकिन था। परिवार के लोगों को सूझ नहीं रहा था कि आखिर क्या करें।

इसी दौरान पता चला कि छत्तीसगढ़ के रायपुर में श्री सत साईं संजीवनी हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड से मुफ्त में इलाज होता है। इसके बाद दिलीप पासवान अपनी पुत्री को लेकर छत्तीसगढ़ गए। वहां पर एक दिन में ही उनका आयुष्मान कार्ड बन गया और इलाज हुआ। अब उनकी बेटी बिल्कुल स्वस्थ है और सामान्य जीवन जी रही । पूरे परिवार वाले ने आयुष्मान भारत योजना की तारीफ की और धन्यवाद कहा।

आयुष्मान योजना के जिला समन्वयक पवन कुमार कहते हैं कि राखी कुमारी की तरह कई उदाहरण जिले में हैं। इस योजना का लाभ उठाकर बहुत लोग ठीक हो रहे हैं। यह अच्छी बात है। मैं लोगों से यही अपील करना चाहूंगा कि अभी भी जिन लोगों का कार्ड नहीं बना है, वह अपने नजदीकी केंद्रों पर जाकर कार्ड बनवा लें, ताकि अगर कभी जरूरत पड़ी तो इस योजना का लाभ उठा सकें।

जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में इस योजना का उठा सकते हैं लाभः पवन कुमार कहते हैं कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में इस योजना का लाभ कार्डधारक ले सकते हैं। सदर अस्पताल और जिले के सभी अनुमंडल, रेफरल, प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयुष्मान कार्डधारक इस योजना का लाभ ले सकते हैं। इसके पड़ोस के जिला भागलपुर के छह निजी अस्पताल और वहां के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (मायागंज अस्पताल) में भी इस योजना का लाभ कार्डधारकों को मिल रहा है।

वहां के ग्लोकल अस्पताल, हिरसखा दृष्टि, कौशल्या आई रिसर्च इंस्टीट्यूट, किडनी स्टोन एंड यू पांच लाख रुपये तक का मिलता है मुफ्त इलाजः आयुष्मान योजना के तहत कार्डधारक पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का लाभ किसी भी उम्र के लोग ले सकते हैं। इस योजना का लाभ अभी जिले के हजारों लोग ले रहे हैं। जिनलोगों के पास पीएम लेटर आया है, उनका बहुत ही आसानी से कार्ड बन जा रहा है। साथ ही जिन लोगों को पीएम लेटर नहीं भी आया है, और वे योजना के योग्य हैं तो उनका भी कार्ड बनने में कोई परेशानी नहीं होगी।

इसके लिए आपके पास 2014 के पहले का राशन कार्ड होना जरूरी है। साथ में अपना आधार कार्ड लेकर अपने नजदीकि सीएचसी (कॉमन सर्विस सेंटर) में जाएं। वहां पर अपना राशन कार्ड दिखाएं। अगर आप इस योजना के योग्य होंगे तो तत्काल आपका आयुष्मान कार्ड बन जाएगा, जिसके बाद आप गंभीर तौर पर बीमार पड़ने पर पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं।

कार्ड बन जाने के बाद बीमार होने पर इस योजना से सूचीबद्ध अस्पतालों में भर्ती होने की स्थिति में आयुष्मान कार्ड दिखाएं और मुफ्त में इलाज करवाएं।  रोलॉजी क्लीनिक, प्राइड अस्पताल और हिंदाल अस्पताल जैसे निजी क्लीनिकों में भी कार्डधारक आयुष्मान योजना का लाभ ले सकते हैं। साथ ही बिहार और देश के सैकड़ों अस्पतालों में आयुष्मान योजना के जरिये मरीजों को मुफ्त में इलाज की सुविधा मिल रही है।

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