- खून की कमी से होती है एनीमिया, बचाव को लेकर खान-पान का रखें ख्याल
-ससमय कराएं इलाज और चिकित्सकों की सलाह का करें पालन
लखीसराय, 16 अगस्त-
आज की जीवनशैली में एनीमिया एक आम बीमारी हो गई है, लेकिन इसके प्रति लापरवाही जान जोखिम में डाल सकती है। व्यक्ति के शरीर में आयरन की कमी के कारण जब हीमोग्लोबिन का बनना सामान्य से कम हो जाता है, तब शरीर में खून की कमी होने लगती है। इस स्थिति को ही एनीमिया कहा जाता है। सिविल सर्जन डॉ देवेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जीवनशैली बदलने एवं आयरन युक्त आहार का सेवन करने की जरूरत है।
ये हैं एनीमिया के लक्षण :
एनीमिया का शुरुआती लक्षण थकान, कमजोरी, त्वचा का पीला होना, दिल की धड़कन में बदलाव, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, सीने में दर्द, हाथों और पैरों का ठंडा होना, सिरदर्द आदि है। ऐसे लक्षण महसूस होते ही ससमय इलाज कराएं।
गर्भवती महिलाएं रखें विशेष ख्याल :
गर्भवती महिलाओं के गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए शरीर में रक्त का निर्माण होते रहना जरूरी होता है। इसमें कमी के कारण एनीमिया होने की प्रबल संभावना रहती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को नियमित हीमोग्लोबीन समेत अन्य आवश्यक जांच कराते रहना चाहिए। चिकित्सकों के मुताबिक वैसे तो बच्चों से लेकर बड़ों तक हर उम्र के लोग एनीमिया ग्रस्त हो जाते हैं, लेकिन किशोरावस्था, प्रसव के बाद और रजोनिवृत्ति के बीच की आयु में यह समस्या अधिक देखी जाती है। आमतौर पर ऐसा तब होता है, जब शरीर में लाल रक्त कणों की कोशिकाओं के नष्ट होने की दर उनके निर्माण की दर से अधिक होती है।
चिकित्सकों की सलाह का करें पालन :
एनीमिया के लक्षण महसूस होने पर तुरंत किसी अच्छे चिकित्सक से परामर्श लें। चिकित्सकों के अनुसार आवश्यक जांच कराएं। खानपान का खास ख्याल रखें। आयरन और प्रोटीनयुक्त आहार लें। एनीमिया के दौरान प्रोटीन युक्त भोजन जैसे- पालक, सोयाबीन, चुकंदर, लाल मांस, मूँगफली, मक्खन, अंडे, टमाटर, अनार, शहद, सेब, खजूर आदि का सेवन करें, जो कि आपके शरीर में खून की कमी को पूरा करता है।