हर समाज मे राधेश्याम जेसे सहिष्णु ,साहसिक व्यक्तित्व की है जरूरत-डॉ.नयन प्रकाश गाँधी
दुख के कठिन अवसर पर लिया आसुओं को अंदर दबाकर लिया कठोर फेसला और अपनी धर्मपत्नी के करवाये नेत्रदान वाकई में असमय परिजन के दुःख को किसी की आखों मे आनंद की दृष्टि के साथ नेत्रदान से ही बाटा जा सकता है :राधेश्याम गुप्ता हाल ही मे मेडतवाल वेश्य समाज कोटा के वर्तमान अध्यक्ष राधेश्याम गुप्ता को नेत्र दानी परिवार के रूप मे आज आई बेंक सोसाइटी ऑफ राजस्थान द्वारा समाजसेवी राजेश बिरला और मेडिकल कालेज कोटा से डॉ.विजय सरदाना एवं आई बैंक सोसाइटी के समस्त कार्यकारिणी सदस्यों एवं कोटा के विभिन्न गणमान्य नागरिको की उपस्थिति में सम्मानित किया गया .कोटा समाज के कार्यकारिणी सदस्य डॉ.नयन प्रकाश गाँधी ने बताया कि राधेश्याम गुप्ता ने अपनी धर्मपत्नी सुनीता के असमय देवलोकगमन के मानवीय दुःख के असीम अवसर को परिवार से उनके भाई राजेश के असीम भावनात्मक सहयोग से नेत्रदान द्वारा जीवन पर्यंत गौरव के साथ धर्मपत्नी दिवंगत सुनीता को किसी दृष्टिहीन की खुशियो के रूप मे मानवीय सवेदना से परिपूर्ण आँखों में संजोए जाने का पुण्य कार्य सम्पंन किया. राधेश्याम गुप्ता ने खुशियो के आसुओं मे अपनी भावनायें व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा मह्त्वपूर्ण एतिहासिक यादगार पल किसी अन्य अनजान परिवार की खुशियो के पलो मे दृष्टिगत करने का यह मेरे परिवार के लिए जीवन भर गौरवांवित अवसर रहेगा. डॉ.नयन प्रकाश गाँधी एवं समस्त समाज बंधुओं ने राधेश्याम गुप्ता को उनके इस बेहतर प्रेरणास्पद प्रयास पर ह्रदय से भावभीनी शुभकामनाये दी है और कहा आपके द्वारा उठाए गए नेत्र दान के साहसिक प्रेरणास्पद कदम से समाज हमेशा गौरवांवित महसूस करेगा और युवा वर्ग को भी निस्वार्थ भाव से समाज सेवा के लिए प्रेरित करेगा .गाँधी ने आगे बताया कि आज निःस्वार्थ भाव से कई वर्षो से ईमानदारी निष्ठा के साथ कोषाध्यक्ष का कार्य kotaसमाज का सम्भाला आज उनकी कर्तव्यनिष्ठा ,व्यवहारिकता ने समाज बंधुओं का दिल जीत लिया और वर्तमान कार्यकारिणी चुनाव में कोटा समाज के अध्यक्ष के रूप मे उभरे. आज भी समाज मे अपनी निर्भीकता,कोटा पंचायत समाज हित मे फेसले से राष्ट्रीय कार्यकारिणी चुनावो मे kota अध्यक्ष राधेश्याम गुप्ता के बेहतर निर्णय से कोटा पंचायत का मान बड़ा.राधेश्याम गुप्ता समाज हित मे सदेव निष्पक्ष निर्भीक रूप से सभी को साथ लेकर चलते है इसलिए आज युवा के मध्यस्थ वह प्रेरणास्रोत है. पूरे समाज से उन्हें उनके नेत्रदान सम्मान से बधाईयाँ आ रही है. गाँधी कहते हैं कहते है नर मे नारायण होता है और समाज के नेत्रदान परिवार के रूप मे साक्षात नारायण राधेश्याम गुप्ता है जो मानव सेवा का पर्याय है .उनके पूरे परिवार ने नेत्रदान का संकल्प लिया हुआ है जो और प्रेरणा की मिसाल है