मात्र 6 सेकंड में हो जायेगा जीव जगत का विनाश, संसार की कोई सरकार कुछ नहीं कर पायेगी। – श्री गुरुजी भू    

मात्र 6 सेकंड में हो जायेगा जीव जगत का विनाश, संसार की कोई सरकार कुछ नहीं कर पायेगी। – श्री गुरुजी भू

अगर मै पेड़ लगाने की बात करता हूँ तो लोग मुझे पागल कहते है। हास्य करते है। लोग कहते है ये तो सरकार का काम है हम क्यों लगाए।

आओ समझते है कि मैं चिंतित क्यों हूँ। इस समस्त जीव जगत की चिंता में मैंने कई नारे दिए है जिनमे सबसे अच्छा है –

प्रति व्यक्ति , प्रति वर्ष, हर उत्सव, एक वृक्ष।



मैं चिन्तित क्यों हूँ लो आप भी समझ लो। इस संकट का संसार की कोई भी सरकार कुछ हल नहीं कर पायेगी। क्योंकि सोचने तक का समय भी नहीं मिलेगा।

मान लो यदि 5-6 सेकंड के लिए धरती से ऑक्सीजन हट/विलुप्त  हो जाए तो क्या होगा ?

5-6 सेकंड के लिए हमारी प्यारी धरती बहुत, बहुत शीतल हो जाएगी।

जितने भी लोग समुद्र किनारे लेटे है उन्हें तुरंत ही सनबर्न होने लगेगा।

प्रकाश से भरे दिन में भी अंधेरा छा जाएगा।

हर वह इंजन रूक जाएगा जिनमें आंतरिक दहन होता है।

हवाई पट्टी / रनवे पर अपने गंतव्य की ओर उड़ चुका हवाई जहाज वही ध्वस्त हो जाएगा।

विभिन्न धातुओ के टुकड़े बिना वैल्डिंग के ही आपस में जुड़ जाएगे ऑक्सीजन न होने का यह बहुत रोचक साइड इफेक्ट होगा।

सम्पूर्ण संसार में सबके कानों के पर्दे फट जाएगे, क्योंकि 21% ऑक्सीज़न के अचानक लुप्त होने से हवा का दबाव घट जाएगा। सभी का बहरा हो जाना सुनिश्चित है।

कंक्रीट से बनी हर बिल्डिंग ढेर हो जाएगी।

हर जीवित कोशिका फूलकर फूट जाएगी। पानी में 88.8% ऑक्सीज़न होती है। ऑक्सीजन ना होने पर हाइड्रोजन गैसीय अवस्था में आ जाएगी और इसका वाॅल्यूम बढ़ जाएगा।

समुंद्रो का सारा पानी भाप बनकर उड़ जाएगा, क्योंकि बिना ऑक्सीजन पानी हाइड्रोजन गैस में बदल जाएगा और यह सबसे हल्की गैस होती है तो इसका अंतरिक्ष में उड़ना अवश्यम्भावी है।

प्राणवायु (ऑक्सीजन) के अचानक गुम होने से हमारे पैरों के नीचे की जमीन खिसककर 10-15 किलोमीटर नीचे चली जाएगी।

सभी जल, थल, नभ जीव फट जायेगे।

इतना सब देखने के लिए हम बचेंगे ही नहीं क्योकि हमारी साँसे बाद में रूकेगी, हम फूलकर पहले ही फट जाएँगे।

और फिर जीवन वापस पनपने में लाखो वर्ष लग जायेगे।

कुछ समझ आया अर्थात समस्त जीव जगत के विनाश में लगेंगे मात्र 5-6 सेकेण्ड और विकास में लगे है करोडो वर्ष।

इस लिए अपने जीवनकाल में कुछ वृक्ष अवश्य लगाएं, अपने बच्चों के भविष्य के लिए इस मानसून को व्यर्थ ना जाने दें। हमारी सांसे हमारे बच्चो में बसती है। आओ उनके जीवन को सुरक्षित करेंं। गाड़ी, बंगला, फैक्ट्री, धन – दौलत उनके तब ही काम आएगी जब उनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा।

कभी ना होगी सांसे कम, आओ पेड़ लगाएं हम।

श्री गुरुजी भू 

(प्रकृति प्रेमी, विश्व चिंतक, देशभर में 11 करोड़ वृक्षारोपण करवाने का संकल्प) 

प्रति व्यक्ति , प्रति वर्ष, हर उत्सव, एक वृक्ष।

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