मुंगेर में 7 नवंबर को बच्चों को खिलाई जायेगी कृमि मुक्ति की दवा

  • 11 नवंबर को आयोजित किया जायेगा मॉपअप दिवस
  • राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर दिए निर्देश

मुंगेर-
मुंगेर सहित राज्य के 32 जिलों के बच्चों एवं किशोरों को आगामी 7 नवंबर को अल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई जायेगी। जिला के 1-19 वर्ष के बच्चों को कृमि से बचाने के लिए राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अंतर्गत दवा खिलाई जायेगी। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर जिला पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।

11 नवंबर को आयोजित किया जायेगा मॉप अप दिवस :
मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ पीएम सहाय ने बताया कि 7 नवंबर को अभियान के दौरान छूटे हुए बच्चों एवं किशोरों को 11 नवंबर को मॉप अप दिवस का आयोजन कर दवा खिलाई जाएगी। इसके साथ ही पूरे अभियान के दौरान बच्चों, किशोर – किशोरियों के साथ- साथ उनके अभिभावकों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत जिला के सरकारी एवं निजी विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों और किशोर – किशोरियों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी ।

प्रचार- प्रसार के माध्यम से लोगों को किया जायेगा जागरूक :
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला सामुदायिक समन्वयक निखिल राज ने बताया कि अभियान की सफलता को लेकर सभी सरकारी विद्यालयों एवं ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पोस्टर, बैनर, पंपलेट और माइकिंग आदि के माध्यम से प्रचार- प्रसार कराया जाएगा ताकि कोई भी बच्चा कृमि मुक्ति की दवाई खाने से छूट ना जाए। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को उनके उम्र के अनुसार खुराक दी जायेगी। इसको लेकर व्यापक तैयारी की जा रही है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान की सफलता को लेकर माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है, उसी के अनुसार बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी।

राज्य के 32 जिलों में मनाया जायेगा कृमि मुक्ति दिवस :
उन्होंने बताया कि राज्य के 32 चयनित जिलों में 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जायेगी। इसके अलावा 11 नवंबर को मॉप अप दिवस आयोजित किया जायेगा। ये जिले हैं कैमूर, अररिया, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, पूर्वी चंपारण, गया, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, कटिहार, किशनगंज, खगड़िया, मधेपुरा, मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, पटना, पुर्णिया, सहरसा, सारण, शेखपुरा, शिवहर, सीतामढ़ी, सिवान, सुपौल,वैशाली एवं पश्चिमी चंपारण।

माइक्रोप्लान एवं लक्षित बच्चों की संख्या जल्द होगी तय:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राजेश कुमार रौशन ने बताया कि जल्दी ही कृमि मुक्ति दिवस पर दवा खिलाये जाने वाले बच्चों की संख्या निर्धारित कर ली जाएगी। इसके साथ ही कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए माइक्रोप्लान भी ससमय तैयार कर लिया जायेगा।

दवा के होते हैं मामूली साइड इफ़ेक्ट :
उन्होंने बताया कि दवा के सेवन के उपरांत कुछ बच्चों में उल्टी या मिचली महसूस होती है तो घबराने की जरूरत नहीं है। पेट में कीड़े होने पर दवा खाने के बाद सिरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान होना या चक्कर आना महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है जो थोड़ी देर में ठीक हो जाती है ।

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