सदर अस्पताल में 24 घंटे डेंगू जांच की व्यवस्था शुरू

-गंभीर मरीजों के लिए 10 बेड का डेंगू वार्ड भी बनाया गया है सदर अस्पताल में
-सदर अस्पताल में डेंगू के मरीज आने पर सिविल सर्जन खुद रखेंगे उस पर निगरानी

भागलपुर, 17 अक्टूबर। जिले में डेंगू के बढ़ते मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। सदर अस्पताल में सोमवार से डेंगू मरीजों की 24 घंटे जांच की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। इसके अलावा 10 बेड का डेंगू वार्ड भी सदर अस्पताल में बनाया गया है। अगर कोई भी डेंगू का मरीज सदर अस्पताल आता है तो सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा उसकी खुद निगरानी करेंगे। जांच से लेकर उसके इलाज तक पर वह नजर रखेंगे। सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा कहते हैं कि डेंगू से घबराने की नहीं, बल्कि इससे बचने की जरूरत है। इससे बचाव के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। कैसे डेंगू से बचे रहें, इस पर ध्यान देने की जरूरत है। डेंगू के लक्षण की जानकारी बहुत लोगों को है और इससे कैसे बचा जाए, यह भी जानते हैं। दिन में मच्छर काटने से यह बीमारी होती है, इसलिए इससे बचाव पर फोकस करना चाहिए। डेंगू के सिर्फ गंभीर मरीजों को ही भर्ती करने की जरूरत पड़ती है।

सिविल सर्जन ने बताया कि डेंगू के कुछ गंभीर लक्षण हैं। जैसे आंखों के पीछे दर्द होना, हड्डियों के जोड़ों पर भयानक दर्द होना और मच्छर के काटने पर लाल चकते होना। डेंगू के गंभीर मरीज का प्लेटलेट्स काफी कम हो जाता है, इसलिए उसे भर्ती करना पड़ता है। इसके अलावा सिर में दर्द होना, तेज बुखार होना जैसे लक्षण सभी को मालूम हैं। डेंगू से बचाव में सफाई है रामबाण इलाज। अगर सफाई रहेगी तो न कूलर में पानी जमा रहेगा और न ही नारियल की खोली में। साफ रहने पर सभी कुछ खत्म रहेगा। इसलिए नियमित तौर पर सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा शरीर को पूरी तरह से ढकने वाला कपड़ा पहनें। शरीर का जो हिस्सा ढका नहीं है, उस पर मच्छर भगाने वाला क्रीम लगाएं। साथ ही मच्छरदानी का प्रयोग करें। ऐसा करते रहने से डेंगू से बचे रहेंगे।

एडीज मच्छर के काटने से होता है डेंगूः सिविल सर्जन ने बताया कि एडीज मच्छर के काटने से डेंगू होता है। यह मच्छर दिन में काटता है और स्थिर एवं साफ पानी में पनपता है। तेज बुखार, बदन, सिर एवं जोड़ों में दर्द और आंखों के पीछे दर्द हो तो सतर्क हो जाएं। त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान, नाक- मसूढ़ों से या उल्टी के साथ रक्तस्राव होना और काला पखाना होना डेंगू के लक्षण हैं। इन लक्षणों के साथ यदि तेज बुखार हो तो तत्काल सदर अस्पताल जाएं और अपना इलाज करवाएं। यदि किसी व्यक्ति को पहले डेंगू हो चुका है तो उसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे व्यक्ति दोबारा डेंगू बुखार की आशंका होने पर सरकारी अस्पताल या फिर डॉक्टर से संपर्क करें।

SHARE