सांप-सीढ़ी खेल के माध्यम से नवदंपत्तियों को परिवार नियोजन का महत्व समझाएंगी नवनियुक्त एएनएम

  • बीस नवनियुक्त एएनएम का प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ शुरू
    मैनपुरी,
    जनपद के जिला महिला चिकित्सालय में 20 नवनियुक्त एएनएम का 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया है। शनिवार को उन्हें परिवार नियोजन के बारे में प्रशिक्षित किया गया। इसमें उन्हें शगुन किट के बारे में जानकारी दी गई।
    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीपी सिंह ने बताया कि जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को सही तरीके से आमजन तक पहुंचाने में आशा, एएनएम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जनपद में 20 नवनियुक्त एएनएम की नियुक्ति विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर की जा चुकी है| इस प्रशिक्षण के माध्यम से नवनियुक्त एएनएम समुदाय को स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर ढंग से दे सकेंगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में परिवार नियोजन, टीकाकरण, प्रजनन, मातृ, नवजात शिशु व और स्वास्थ्य सेवाओं आदि के बारें में एएनएम को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
    अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. संजीव राय बहादुर ने बताया कि नवनियुक्त एएनएम को प्रशिक्षण के दौरान परिवार नियोजन के साधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। जिससे एएनएम अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को परिवार नियोजन की महत्वता को समझा सकें। उन्हें शगुन किट के बारे में बताया गया। उन्हें सांप-सीढ़ी के खेल के माध्यम से शगुन किट के बार में जानकारी दी गई। अब यह नवनियुक्त एएनएम क्षेत्र में जाकर नवदंपत्तियों को सांप-सीढ़ी के माध्यम से शगुन किट का महत्व बताएंगी और परिवार नियोजन के प्रति जागरुक करेंगी।
    मास्टर ट्रेनर सचिन कुमार ने नवनियुक्त एएनएम को उनकी भूमिका व जिम्मेदारी के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ अंबरीष पांडेय, वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ. दीक्षा वर्मा, डीएससीओ ओमप्रकाश मौर्या ने नवनियुक्त एएनएम को प्रशिक्षण कार्यक्रम में गर्भ धारण की संभावनाएं, परिवार नियोजन साधनों के इस्तेमाल का सही समय, मातृ और शिशु मृत्यु दर पर परिवार नियोजन का प्रभाव से संबंधित जानकारी दी।
    नवनियुक्त एएनएम मनीषा ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान ग्रुप एक्टिविटी भी करवायी गई, इससे पता चला कि कैसे नवदंपत्तियों को प्रशिक्षित करना है।
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