विश्व मलेरिया दिवस आज-व्हाट्सएप, सोशल मीडिया और फेसबुक से लोगों को मलेरिया से बचाव को किया जाएगा जागरूक

–टाइम टू डिलीवर जीरो मलेरिया : इन्वेस्ट, इनोवेट इम्लीमेंट की थीम पर मनाया जाएगा मलेरिया दिवस

  • विभिन्न कार्यक्रम के सफल आयोजन को ले जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने जिला के सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जारी किया पत्र खगड़िया- टाइम टू डिलीवर जीरो मलेरिया : इन्वेस्ट, इनोवेट इम्लीमेंट की थीम पर मंगलवार 25 अप्रैल को जिला भर के सभी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों पर विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाएगा। इस आशय की जानकारी सोमवार को जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ विजय कुमार सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, मुख्य मलेरिया कार्यालय बिहार के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा राज्य के जिलों के वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी को 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाए जाने संबंधी पत्र के आलोक में जिला के सभी पीएचसी और सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्रखंड स्तर पर विश्व मलेरिया दिवस का आयोजन कर विभिन्न माध्यमों से लोगों को मलेरिया के लक्षण और उससे बचाव के संबंध में जागरूक करने संबंधी पत्र जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि विश्व मलेरिया दिवस के सफल आयोजन को ले प्रखंड स्तर पर मलेरिया रोकथाम संबंधी जानकारी पोस्टर, बैनर, पंपलेट्स आदि के माध्यम से लोगों तक पहुंचानी है। इसके अलावा मल्टी मीडिया, व्हाट्स एप ग्रुप, सोशल मीडिया, फेसबुक आदि का इस्तेमाल कर लोगों को मलेरिया के लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी देनी है। प्रखंड एवम पंचायत स्तर पर ग्राम गोष्ठी, स्कूलों में बच्चों के साथ प्रभात फेरी और चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन कर लोगों को मलेरिया के बारे में जागरूक करना है।

जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार बब्लू साहनी ने बताया कि मलेरिया से बचने का सबसे अच्छा उपाय है कि सावधानी बरत मलेरिया के खतरे से सुरक्षित रहें। जिला भर के सभी सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया की जांच और इलाज की समुचित व्यवस्था निः शुल्क उपलब्ध है।
उन्होंने बताया कि ठंड लगना, सिर दर्द, उल्टी, चक्कर आना, तेज बुखार, एवं अत्यधिक पसीने के साथ बुखार का उतरना, ऐसा प्रतिदिन होना, एक दिन बीच करके होना या एक निश्चित अंतराल के बाद होना इस बीमारी के गंभीर लक्षण हैं। इनमें से कोई भी लक्षण होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में जाकर मलेरिया की निः शुल्क जांच और उपचार करवाना चाहिए।

खगड़िया के वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो.शाहनवाज आलम ने बताया कि मलेरिया से बचाव के लिए कुछ सावधानियों का अपनाया जाना भी आवश्यक है, जैसे :

  • घर या घर के आसपास बने गड्ढों,नालियों, बेकार पड़े डब्बों, पानी की टंकियों, गमलों, टायर ट्यूब आदि में पानी को एकत्रित नहीं होने दें, समय – समय पर इसे बदलते रहें।
  • जमा हुए पानी में मिट्टी का तेल अवश्य डाल दें।
  • रात में सोते समय आवश्यक रूप से मच्छरदानी या मच्छर भगाने वाली क्रीम या अगरबत्ती का इस्तेमाल करें । मलेरिया से बचाव के लिए नालियों में डीडीटी या कीटनाशक एसपी के छिड़काव के दौरान कर्मियों का सहयोग करें। मिट्टी के तेल के दीये या लैंप में 1% नीम का तेल मिलाकर जलाने से वह मच्छर विकर्षक का काम करता है। इसके अलावा मच्छर को भागने के लिए मच्छर भगाने वाले क्वाइल का भी प्रयोग किया जा सकता है।
    उन्होंने कहा कि
    ” कहीं भी जमा पानी पर आता है मच्छर, मलेरिया रोग फैलाता है मच्छर।
    थोड़ी सी यदि हम बरतें सावधानी, नहीं होगी मलेरिया रोग की परेशानी।”
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