रूस ने रविवार को उत्तर-पश्चिमी सीरिया में हवाई हमले किए। जिसमें दो बच्चों समेत 13 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा 61 लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। रूस ने विद्रोही समूह के कब्जे वाले इलाकों पर हमला किया। जिस इलाके में हमला हुआ वह एक बड़ा बाजार था।
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने कहा कि रविवार का हमला इस साल सीरिया में सबसे घातक हमला था। पिछले हफ्ते विद्रोहियों ने रूस पर ड्रोन से हमला किया था, जिसका जवाब अब रूस ने दिया है। हालाँकि, रूस सीरियाई राष्ट्रपति बशर असद के शासन का समर्थन करता है।
हमले के वक्त वहां मौजूद साद फातो (35) नाम के मजदूर ने कहा कि मैं बाजार में था। जब उन पर हमला हुआ तो वह कार से टमाटर और खीरे उतार रहे थे। अचानक मेरे सामने कराह उठी। चारों तरफ सिर्फ चीखें और खून था। मैंने घायल लोगों की मदद की। इस घटना के बारे में सोचकर भी अजीब लगता है, ये बेहद डरावना मंजर था। रूस ने हम पर हमला किया है। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि हर जगह काला धुआं था।
अब्देल रहमान का कहना है कि रूस ने उत्तर-पश्चिमी सीरिया में दो अलग-अलग इलाकों पर हमला किया। पहला हमला जिस्र अल-शुगुर शहर में हुआ, जिसमें छह नागरिक और तीन विद्रोही मारे गए। जबकि दूसरा हमला इदलिब शहर के बाहरी इलाके में हुआ। इदलिब में दो बच्चों और एक विद्रोही सहित तीन नागरिकों की मौत हो गई। सभी विद्रोही तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी के लड़ाके थे। हमले में करीब 61 लोग घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। आशंका है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।