रूस में प्राइवेट आर्मी वेगनर का चीफ प्रगोझिंन चाहता था मास्को पर कब्जा और रक्षा मंत्री का अपहरण

रूस में प्राइवेट आर्मी वेगनर का चीफ प्रगोझिंन रूसी सेना का गोला बारूद और हथियार अपने कब्जे में लेकर मास्को पर कब्जा करना चाहता था। लेकिन उसकी प्लानिंग लीक हो गई और उसे समय से पहले ही विद्रोह करना पड़ा। पुतिन के खुफिया तंत्र ने पहले ही उसकी प्लानिंग समझ ली थी।

बगावत के 24 घंटे के अंदर बेलारूस के राष्ट्रपति की मदद से मामला शांत हो गया और यह सेना रूस की राजधानी से दूर चली गई। लेकिन अब अमेरिकी मीडिया वॉल स्ट्रीट जर्नल ने पश्चिमी देशों के कुछ अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि वैगनर समूह के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की योजना रूस के सैन्य नेतृत्व पर कब्जा करने की थी, लेकिन इस साजिश को लेकर जानकारी लीक हो गई और तय योजना से पहले ही विद्रोह करना पड़ गया जिससे उसकी सारी रणनीति नाकाम हो गई।

इसके अलावा, पश्चिमी खुफिया से मिली जानकारी के अनुसार, वैगनर के लड़ाकों ने जिस आसानी से शहर पर कब्जा जमा लिया था, उससे यह बात साफ हो जाती है कि साजिश में नियमित सुरक्षा बलों के कमांडर्स भी मिले हुए थे। वैगनर सेना का चीफ प्रिगोझिन का इरादा रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल वालेरी गेरासिमोव को दक्षिणी क्षेत्र की उनकी पूर्व निर्धारित यात्रा के दौरान पकड़ लेना था, लेकिन रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (Federal Security Service, FSB) ने इस साजिश का पता पहले ही लगा लिया।

मीडिया रिपोर्ट्स में मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि पश्चिमी खुफिया एजेंसियों को इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन इंटरसेप्ट्स और सेटेलाइट इमेजरी के जरिए इस साजिश की जानकारी मिली।

बागी हो गए कमांडर प्रिगोझिन का मानना था कि रूस के सशस्त्र बलों का एक गुट इस बगावत में शामिल हो जाएगा और अपने ही कमांडर्स के हो जाएगा। प्रिगोझिन की सेना रोस्तोव शहर पर कब्जा जमाने में कामयाब रही थी, जो यूक्रेन पर हमले के लिए रणनीतिक रूप से बेहद खास है।

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