नई दिल्ली।
पीजीआई की रिपोर्ट के अनुसार 194 जिलों में शिक्षा के ग्रेड में सुधार हुआ है जबकि 158 जिलों में गिरावट दर्ज की गई है। शिक्षा मन्त्रालय द्वारा जारी पीजीआई रिपोर्ट में स्कूली शिक्षा में दिख रहे सुधारों से साफ है, कि नीति आने के बाद राज्यों का स्कूलों में सुधार को लेकर फोकस बढ़ा है। हालांकि, लर्निंग आउटकम व गुणवत्ता जैसे क्षेत्रों में अभी भी काफी सुधार की जरूरत है।
23 जिलों में दो श्रेणी और करीब 164 जिलों ने एक श्रेणी की छलांग लगाई है। इसके साथ ही देश के करीब 375 जिलों ने अपनी पिछली श्रेणी को ही बरकरार रखा है। इस दौरान 158 जिलों के प्रदर्शन में गिरावट भी दर्ज हुई है, हालांकि इसकी वजह नीति के तहत तैयार किए नए मानक बताए जा रहे हैं।
झारखंड के गढ़वा जिले ने अपने प्रदर्शन को सबसे बेहतर किया है। जम्मू-कश्मीर से सिर्फ श्रीनगर जिला ही उत्तम श्रेणी में जगह बना पाया है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी, गोरखपुर, महोबा, बुलंदशहर आदि जिलों में अच्छी बढत दर्ज की गई जबकि मेरठ, लखनऊ और बस्ती जैसे जिलों के प्रदर्शन में गिरावट भी दर्ज हुई है। मध्य प्रदेश के भिंड, दमोह, पन्ना, रायसेन और छत्तरपुर जैसे जिले रहे है, जिन्होंने उत्तम श्रेणी में जगह बनाई है।
स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में जिला का यह प्रदर्शन अलग-अलग 83 मानकों पर परखा गया था। जिसमें लर्निंग आउटकम से लेकर, शिक्षकों की उपलब्धता, इंफ्रास्ट्रक्चर, बच्चों की सुरक्षा, डिजिटल लर्निंग आदि को शामिल किया गया है।