भारत इंडोनेशिया से करेंसी और यूपीआई पर डील करने को तैयार, डिजिटल पेमेंट का प्रचलन बढ़ाने को लेकर हुई चर्चा

हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ स्थानीय मुद्रा व्यापार पर समझौते के बाद अब भारत और इंडोनेशिया भी इसी तरह के समझौते की तैयारी कर रहे हैं। दोनों देश रियल टाइम पेमेंट सिस्टम और स्थानीय मुद्रा में कारोबार करने को लेकर एक-दूसरे से बातचीत कर रहे हैं और जल्द ही अच्छी खबर आ सकती है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों देशों की सरकारों के बीच डिजिटल भुगतान की पहुंच बढ़ाने पर भी चर्चा हो रही है, ताकि यूपीआई और अन्य समान संसाधनों का इस्तेमाल किया जा सके। रविवार (15 मई) को गुजरात के गांधीनगर में शुरू हुई भारत-इंडोनेशिया आर्थिक और वित्तीय वार्ता, द्विपक्षीय व्यापार और निवेश, वित्तीय सेवाओं और बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ाने पर केंद्रित थी।

वार्ता की शुरुआत की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “भारत ने डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में विशेषज्ञता विकसित की है, इसलिए यह सुविधाजनक और किफायती डिजिटल भुगतान के लिए समाधान प्रदान कर सकता है। यह समावेशन के लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकता है।”

बैठक के लिए भारत पहुंचे इंडोनेशियाई वित्त मंत्री मिलियानी इंद्रावती ने कहा कि दोनों देश डिजिटल प्रौद्योगिकी, केंद्रीय बैंकों के तहत भुगतान प्रणाली और स्थानीय मुद्रा के उपयोग में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, इंडोनेशिया के साथ मुद्रा व्यवस्था संयुक्त अरब अमीरात के समान हो सकती है। यानी, भारतीय निर्यातक इंडोनेशियाई रुपये में व्यापार कर सकते हैं, जबकि इंडोनेशिया अपना भुगतान भारतीय रुपये में प्राप्त कर सकता है।

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