I.N.D.I.A में 26 दल हैं शामिल, फिर भी एक दूसरे को काटने की तयारी में लगे हुए हैं। इस गठबंधन में शामिल कांग्रेस और AAP के बीच अभी दिल्ली सेवा बिल को लेकर उठा मुद्दा अभी ख़त्म भी नहीं हुआ था कि अब केजरीवाल राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कुछ ऐसा करने जा रहे हैं, जो कांग्रेस को चुभने वाला है।
दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस को समाप्त कर चुकी ‘आप’ ने अब राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में अकेले सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। पार्टी जल्द ही उम्मीदवारों का ऐलान भी करने जा रही है। कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी लड़ाई वाले सूबे में तीसरी ताकत की एंट्री से राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं।
दिल्ली सेवा बिल पर कांग्रेस ने आप का साथ दिया था। ऐसा लग रहा था कि आगे भी सब ठीक चलेगा। लेकिन हाल ही में कांग्रेस की शीर्ष स्तरीय बैठक के बाद पार्टी नेता अलका लांबा ने बयान में कहा कि पार्टी दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर तैयारी करेगी। पार्टी आलाकमान की ओर से कार्यकर्ताओं को तैयारी शुरू करने का आदेश दिया गया है। इस बयान से ‘आप’ नाराज हो गई।
आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भरद्वाज ने अलका लंबा को छोटा नेता बता दिया इसके बाद आप की ओर से कहा गया अगर ऐसा है तो मुंबई में होने वाली बैठक में जाने का कोई औचित्य ही नहीं है। बाद में कांग्रेस को अलका लांबा के बयान पर सफाई देनी पड़ी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा अलका दिल्ली पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं और अभी दिल्ली की सीटों को लेकर फैसला नहीं हुआ है। अब यह तकरार ख़त्म होती है या और बढ़ जाएगी ? गठबंधन की होने वाली बैठक में केजरी जाते हैं कि नहीं, यह तो वक्त ही बताएगा।