बीजेपी और संघ का सबसे बड़ा एजेंडा है कि देश को राममय बनाएंगे और आगामी लोकसभा चुनाव में वोटर्स को जागृत करेंगे। लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं है। ऐसे में बीजेपी और आरएसएस का प्रयास तब तक माहौल बनाए रखने की है। क्योंकि अयोध्या यूपी में हैं, इसीलिए इस रणनीति का केंद्र भी अब यही राज्य है। पूरे देश को राममय बनाए रखने की जिम्मेदारी यूपी की सरकार, यहां के बीजेपी संगठन और संघ के लोगों को दी गई है।
मीटिंग में तय हुआ कि आगामी लोकसभा चुनाव में अब आरएसएस सीधे मोर्चा संभालेगा। फैसला हुआ कि हर लोकसभा में संघ की तरफ़ से समन्वयक नियुक्त किए जायेंगे। इसकी शुरुआती यूपी से करने पर सहमति बनी है। ये पहला मौका है जब चुनाव के संचालन के लिए संघ को भी जिम्मेदारी दी गई है।
संघ ने अपने कार्यकर्ताओं को मुख्य रूप से वोटर निकालने की जिम्मेदारी दी है। वह हर बूथ के अनुसार काम करेंगे और उसके दायरे में आने वाले वोटरों को मतदाता पर्ची पहुंचाने के साथ ही वोटर निकालने का जिम्मा लेंगे। इसके लिए वह घर-घर तक संपर्क करेंगे। इसके लिए वह हर बूथ पर अपने दो-दो कार्यकर्ता भी तैनात करेंगे।