नई दिल्ली।
भारत म्यांमार बॉर्डर पर बाड़बंदी से बांग्लादेश भी खुश है। भारत के इस फैसले की बांग्लादेश की सरकार और वहां के विदेश मंत्री ने तारीफ की है। सरकार खुश नजर आ रही है। दरअसल भारत की सरकार ने ये फैसला किया है कि वो म्यांमार से लगने वाली अपनी पूरी सीमा की बाड़ेबंदी करेगी। इस पर बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद का बयान आया है और उन्होंने भारत सरकार के फैसले का स्वागत किया है। महमूद ने कहा है कि इस फैसले से सीमा पार से होने वाली घुसपैठ में कमी आएगी। बांग्लादेश ने कहा है कि उसकी नीति हमेशा से आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस की रही है।
1 फरवरी, 2021 को सेना ने म्यामांर में तख्तापलट कर सत्ता पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद से म्यांमार में लोकतंत्र की बहाली की मांग तेज है और बड़े पैमाने पर हिंसक विरोध पर्दशन हो रहे हैं। म्यांमार के रखाइन प्रांत में और कई दूसरे क्षेत्रों में पिछले दिनों सेना को मजबूत टक्कर मिली और लोकतंत्र बहाली की लड़ाई लड़ रहे गुटों का कब्जा हो गया।
म्यांमार फिलहाल खूनी और हिंसक नागरिक संघर्ष देख रहा है। सेना की तख्तापलट के बाद म्यांमार में अशांति का आलम है। कई म्यांमार के सैनिकों को भागकर भारत तक आना पड़ा।
म्यांमार के तकरीबन 12 लाख रोहिंग्या मुसलमानों को देश से निकाले जाने के बाद उन्हें बांग्लादेश में शरण लेना पड़ा। एक थिंकटैक के कार्यक्रम में बातचीत के दौरान बांग्लादेश के विदेश मंत्री हसन महमूद ने इन रोहिंग्या शरणार्थियों को बोझ बताया और इनके वतन वापसी के लिए भारत से मदद की मांग की। महमूद इन दिनों भारत के दौरे पर हैं। उनका मानना है कि रोहिंग्या शरणार्थियों के कारण बांग्लादेश में सुरक्षा और पर्यावरण की चिंताएं आकार ले रही हैं और हम यूएन से भी इस बारे में लगातार संपर्क बनाए हुए हैं।