विशाखापत्तनम में होगा सबसे बडा सैन्य अभ्यास “मिलन-24”, इसमें समुद्र में एक साथ 51 देशों के जंगी पोत शामिल होंगें। मिलन-24 का यह 12वां एडीशन है, जो 27 फरवरी तक चलेगा। नौसेना ने इसे ट्रिपल C (सौहार्द, सामंजस्य, सहयोग) की थीम दी है।
मिलन-24 में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, वियतनाम, थाईलैंड के अलावा मालदीव, यूके, मलेशिया, कनाडा, स्पेन, जर्मनी, इटली, दक्षिण कोरिया, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, म्यांमार, इराक, ब्राजील और यमन भी अपने प्रतिनिधि भेज चुके हैं।
मिलन-24 हर दो साल में होने वाला सैन्य युद्धाभ्यास है, जो 1995 में केवल चार देशों के साथ शुरू हुआ था। युद्धभ्यास का नाम मल्टी लेटरल नेवल एक्सरसाइज- मिलन-2024 है।
अरब सागर के कमर्शियल कॉरिडोर पर हाल ही में हुए ड्रोन हमलों ने दुनिया की चिंता बढ़ा दी है। मिलन युद्धाभ्यास में नौसेनाएं ड्रोन हमलों से बचने का अभ्यास करेंगी और पायरेसी के खिलाफ नेवी ऑपरेशन्स को भी डिजाइन करेंगी।
नौसेना प्रमुख ने कहा, वियतनाम पीपुल्स नेवी के कार्वेट 20 और यूनाइटेड स्टेट्स नेवी के यूएसएस हैल्सी (डीडीजी-97) जहाज विशाखापत्तनम पहुंच चुके हैं। मिलन 24 का सार सहयोग, सामंजस्य और बातचीत में निहित है। यह प्रमाण है कि सभी देश समुद्री सुरक्षा के लिए साझे रूप से प्रतिबद्ध हैं।